जब Brad Pitt की नई मोटरस्पोर्ट ड्रामा F1 ने टॉम क्रूज़ की Mission: Impossible – The Final Reckoning को पीछे छोड़ दिया, तो सभी फ़िल्मी जगत ने सटीक‑सही संकेत दे दिया – 2025 की भारत में सबसे बड़ी हॉलीवुड कमाई अब इस फ़िल्म के नाम। 11‑दिन के बाद कुल संग्रह ₹104.33 करोड़ तक पहुँच गया, जबकि टॉम क्रूज़ की फ़िल्म ने ₹104.15 करोड़ ही जमा किए थे। इस जीत का मतलब केवल बॉक्स‑ऑफ़ में आगे रहना नहीं, बल्कि Apple Studios के लिए एक बड़ी राहत भी है।
पहले हफ़्ते में F1 ने ₹31.70 करोड़ जमा किए। दूसरा हफ़्ता धीरे‑धीरे गिरकर भी ₹24.60 करोड़ लाया, जिससे दो हफ़्तों में कुल ₹56.30 करोड़ हो गया। तीसरे हफ़्ते की रिपोर्टर ने बतायाः "सप्ताह‑3 में ₹12.65 करोड़, सप्ताह‑4 में ₹10.15 करोड़, और सप्ताह‑5 में ₹4.20 करोड़" – वाकई एक माराथन‑रनर जैसा प्रदर्शन। कर‑सहित कुल ग्रॉस ₹62.77 करोड़ 11‑दिन में, और यह सिलसिला 100‑दिन तक जारी रहा, जब तक फ़िल्म ने भारतीय बॉक्स‑ऑफ़ पर ₹125 करोड़ से भी अधिक कमाया।
कहानी में Damson Idris ने युवा ड्राइवर जोशुआ पीयर्स की भूमिका निभाई, जबकि Javier Bardem और Kerry Condon ने सहायक भूमिका में परदे पर चमके। लेकिन असली आकर्षण आया उन वास्तविक फ़ॉर्मूला‑वन सितारों से, जिन्होंने खुद कैमरे में एपीयर किया: Max Verstappen, Lewis Hamilton, Lando Norris और Fernando Alonso। इनके छोटे‑छोटे cameo ने मोटरस्पोर्ट फैंस को लुभाया, और साथ ही फ़िल्म की प्रामाणिकता को बढ़ाया।
पहली बात तो थी थीमैटिक ट्रीगर – भारतीय दर्शकों को रेसिंग का रोमांच हमेशा से आकर्षित करता रहा। वहीं दूसरी वजह थी बहुभाषा रिलीज़ – फ़िल्म को तमिल, तेलुगु, कन्नड़ और हिंदी में डुबो कर हर क्षेत्र में पहुँचाया गया। तीसरी बात, Apple Studios ने मार्केटिंग में एक नई दिशा अपनाई, सोशल मीडिया पर #F1IndianRide हैशटैग #RedHot अभियान ने बड़ी धूम मचाई। अंत में, टॉम क्रूज़ की फ़िल्म को कई प्री‑मियम IMAX स्क्रीन से हटाया गया था, जबकि ‘F1’ ने लगातार सिटी‑सेंटर और मल्टी‑स्क्रीन में जगह बनाई।
Apple Studios ने पिछले दो सालों में ‘Killers of the Flower Moon’ और ‘Napoleon’ जैसे महंगे प्रोजेक्ट्स पर भारी निवेश किया, लेकिन दोनों ही बॉक्स‑ऑफ़ में तल पर लुढ़क गए। ‘F1’ की सफलता ने कंपनी को न सिर्फ़ वित्तीय रूप से बचाया, बल्कि उनके ब्रांड को फिर से दर्शकों के दिल में स्थापित किया। अब Apple Studios के पास एक ठोस केस स्टडी है – हाई‑ओडिशन, एंटरटेनमेंट‑ड्रिवेन क कहानी, जिसके साथ बड़े‑बड़े एथलेटिक्स कनेक्शन हो। यही कारण है कि इस फ़िल्म को अक्सर “Apple का टर्निंग पॉइंट” कहा जा रहा है।
फ़िल्म के मालिक अभी तक OTT रिलीज़ डेट घोषित नहीं किए हैं, पर उद्योग विशेषज्ञों का मानना है कि 15‑वाँ हफ़्ता के बाद एक हल्की‑सी स्ट्रीमिंग डील आएगी। अगर Apple Studios इस फ़िल्म को अपने Apple TV+ प्लेटफ़ॉर्म पर रखता है, तो सदस्य संख्या में उछाल संभावित है। साथ ही, कई भारतीय सेलिब्रिटीज़ – दीपिका पादुकोण, करण जोहर, अभिषेक कुमार वर्मा और स्मृति इरानी – ने सोशल मीडिया पर फ़िल्म की सराहना की, जिससे शब्द‑स्मरणीय प्रभाव बना रहेगा।
फ़िल्म ने सच्चे फ़ॉर्मूला‑वन सितारों को पर्दे पर लाकर रेसिंग का उत्साह सीधे काजर तक पहुँचाया, जिससे दर्शकों को रीयल‑टाइम गति, धड़कन और टीमवर्क का अनुभव मिला। इसके अलावा बहुभाषी रिलीज़ ने हर राज्य के दर्शकों को सहजता से जुड़ने का अवसर दिया।
हाँ, कुल संग्रह के हिसाब से ‘F1’ ने ₹104.33 करोड़ से टॉम क्रूज़ की ‘Mission: Impossible – The Final Reckoning’ (₹104.15 करोड़) को मात दी। यह अंतर छोटा तो है, पर यह दर्शाता है कि ‘F1’ लगातार स्क्रीन पर बना रहा और कई शहरों में प्रीमियम दर्शकों की संख्या बढ़ी।
व्यापारिक दृष्टिकोण से यह फ़िल्म Apple Studios का सबसे बड़ा भारत‑आधारित बॉक्स‑ऑफ़ सफलता बन गया। इसने कंपनी को लगभग $619 मिलियन की वैश्विक कमाई दिलाई, जिससे पिछले दो बड़े प्रोजेक्ट्स की कमाई में गिरावट का संतुलन आया। साथ ही, ब्रांड इमेज को भी पुनर्स्थापित किया।
औपचारिक OTT रिलीज़ डेट अभी तक घोषित नहीं हुई है, पर विशेषज्ञ मानते हैं कि 15‑वाँ हफ़्ता के बाद Apple TV+ पर स्ट्रीमिंग होगी। इससे फ़िल्म को डिजिटल दर्शकों तक पहुँचने का नया मंच मिलेगा और अतिरिक्त आय का स्रोत बन सकता है।
‘F1’ ने सिद्ध किया कि मोटरस्पोर्ट जैसी निचली विषयवस्तु भी बहुभाषी रणनीति और स्थानीय सितारों के साथ बड़ी बॉक्स‑ऑफ़ कमाई कर सकती है। यह मॉडल अन्य हॉलीवुड निर्माताओं को भारतीय बाजार में भारतीय कलाकारों और भाषाओं को शामिल करने के लिए प्रेरित करेगा।
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