जेमिमा रोड्रिगेज़ की शताब्दी से भारत ने साउथ अफ्रीका को 23 रन से हराया, फाइनल में श्रीलंका का सामना

जेमिमा रोड्रिगेज़ की शताब्दी से भारत ने साउथ अफ्रीका को 23 रन से हराया, फाइनल में श्रीलंका का सामना

जब जेमिमा रोड्रिगेज़, भारत की युवा खिलाड़ी और दायें‑हाथ की बल्लेबाज ने 24 सितंबर 2024 को कोलंबो के राष्ट्रपति स्टेडियम में ट्राय‑नेशन ODI श्रृंखलाकोलंबो में 123 रन बनाकर भारत को 23‑रन से साउथ अफ्रीका पर जीत दिलाई, तो यह खबर देश‑भर में चमकी। इस जीत ने भारत को फाइनल में श्रीलंका के सामने जाने का रास्ता साफ कर दिया।

मैच की पृष्ठभूमि और प्रतिद्वंद्वियों की स्थिति

ट्राय‑नेशन श्रृंखला में भारत, साउथ अफ्रीका और श्रीलंका ने चार‑चार खेलें, कुल छह मैचों के बाद शीर्ष दो फाइनल में.

  • भारत ने चार मैचों में 6 अंक जुटाए.
  • साउथ अफ्रीका ने तीन लगातार हारें खाईं, केवल एक जीत के साथ 2 अंक.
  • श्रीलंका ने अभी तक तीन अंक हासिल किए हैं, उनका अंतिम राउंड‑रॉबिन मुकाबला साउथ अफ्रीका के खिलाफ है.

कोलंबो में निरंतर बारिश ने पिच को हल्का‑हवा वाला बना दिया था, लेकिन बल्लेबाज़ी के लिए उपयुक्त माहौल था, इसलिए स्कोर लगा-भरे रहे.

जेमिमा की शताब्दी और साझेदारियों की कहानी

जेमिमा ने 43वें ओवर में पॉइंट पर एक ऑफ‑साइड शॉट नहीं मारा तो उसका शॉट पकड़ा गया, लेकिन पहले 73 गेंदों में उन्होंने 123 रन बनाकर अपना दूसरा ODI शतक हासिल किया. यह शतक एक करिश्मा था:

  1. पहले 30 गेंदों में वह 40 रन पर थीं, जिससे शुरुआती आक्रमण तेज़ हो गया.
  2. स्मृति मंडाना के साथ 88‑रन की साझेदारी ने टीम को 205/2 तक ले जाया.
  3. उसके बाद, दीप्ति शर्मा के साथ 122‑रन का दो‑बारा साझेदारी बना, जिसने कुल लक्ष्य 337/9 बना दिया.

इंटरव्यू में स्मृति मंडाना ने कहा, "जेमिमा ने आज हमें विश्वास दिलाया कि हम किसी भी लक्ष्य को पाना सकते हैं। उसकी शताब्दी ने मैदान में ऊर्जा को फिर से भर दिया।"

भारतीय गेंदबाज़ी का दबदबा

जेमिमा की शताब्दी के बाद, भारते की गेंदबाज़ी ने साउथ अफ्रीका को नियंत्रण में रखा. प्रमुख गेंदबाज़ अमनजोत कौर ने 2‑विकेट लेकर दबाव बढ़ाया, जबकि प्रीतीशा शेट्टी ने 1‑विकेट की अहम क्विक ली.

साउथ अफ्रीका ने 314/7 पर मुख्य खिलाड़ी जुलेन डर्क्सेन (58) और ऑड्री ट्रायन (55) की कोशिशों के बावजूद लक्ष्य नहीं छुड़ सके.

टर्नामेंट की तालिका और फाइनल की राह

इस जीत के साथ भारत ने राउंड‑रॉबिन चरण में सर्वश्रेष्ठ अंक प्राप्त कर फाइनल का टिकट सुरक्षित किया.

  • भारत: 6 अंक (4 मैच)
  • श्रीलंका: 4 अंक (3 मैच, अभी एक मैच बाकी)
  • साउथ अफ्रीका: 2 अंक (3 मैच)

श्रीलंका को अभी साउथ अफ्रीका के खिलाफ अंतिम मैच खेलना है; जीतने पर वे फाइनल में भारत का सामना करेंगे.

इतिहास में जेमिमा का स्थान और भविष्य की दृष्टि

जेमिमा का 123‑रन का शतक उन्हें भारतीय महिला क्रिकेट के इतिहास के उन दो अभूतपूर्व खिलाड़ियों में जोड़ता है जिन्होंने 50‑ओवर फ़ॉर्मेट में दो‑अंकिया स्कोर बनाया: स्मृति मंडाना (202*).

जेमिमा ने 12½ साल की उम्र में U‑19 डेब्यू किया, 13 साल में राज्य टीम में जगह बनाई, 2018 में T20I और ODI दोनों में अंतरराष्ट्रीय पदार्पण किया. ICC ने 2018 में उन्हें "प्लेयर टू वाच" घोषित किया था, और टूरनमेंट के बाद आईसीसी ने उन्हें "स्टैंडआउट प्लेयर" के तौर पर सराहा.

विशेषज्ञों का मानना है कि अगर जेमिमा इस फॉर्मेट में इस गति से बनी रहें, तो वह न केवल भारत को विश्व कप जीत की ओर ले जा सकती हैं, बल्कि युवा खिलाड़ियों के लिए एक नया मानक भी स्थापित कर सकती हैं.

मुख्य तथ्य

  • जेमिमा रोड्रिगेज़ ने 123 रन बनाकर अपना दूसरा ODI शतक किया.
  • भारत का कुल स्कोर 337/9, साउथ अफ्रीका 314/7.
  • भारत ने फाइनल में श्रीलंका का सामना करने का अधिकार जीता.
  • जेमिमा अब केवल दूसरी भारतीय महिला हैं जिन्होंने 50‑ओवर में दो‑अंकिया स्कोर बनाया.
  • राउंड‑रॉबिन में भारत ने 6 अंक, सबसे अधिक अंक जुटाए.
Frequently Asked Questions

Frequently Asked Questions

भारत के फाइनल में सबसे बड़ी चुनौती क्या होगी?

श्रीलंका की तेज़ स्पिन बॅटिंग और मध्यम गति वाली गेंदबाज़ी ने पहले मैचों में कई बार विरोधी टीमों को परास्त किया है। भारत को उनके स्पिनरों के खिलाफ संतुलित शट्टी और लीडरशिप की आवश्यकता होगी, खासकर मध्य ओवर में।

जेमिमा रोड्रिगेज़ की इस शतक की तुलना पहले के रिकॉर्ड से कैसे की जा सकती है?

जेमिमा का यह शतक भारत के महिला क्रिकेट में पहले से ही दो प्रमुख शताब्दी में से एक है, जबकि स्मृति मंडाना (202*) ने दो‑अंकिया स्कोर किया था। जेमिमा की स्ट्राइक रेट 106.5 है, जो 2017 की 202* (स्ट्राइक रेट 124) से थोड़ी कम लेकिन फिर भी बहुत प्रभावशाली है।

साउथ अफ्रीका की टीम इस हार के बाद क्या रणनीति बदलेंगी?

तीन लगातार हारों के बाद साउथ अफ्रीका अपने मध्यक्रम को मजबूत करने पर ध्यान दे रही है। कोच ने कहा है कि अब वे पहले 10 ओवर में अधिक रेंज विकसित करेंगे और तेज़ी से स्कोर करने की कोशिश करेंगे, ताकि शुरुआती दबाव से बचा जा सके।

ट्राय‑नेशन सीरीज़ का कुल आर्थिक प्रभाव क्या रहा?

स्थानीय व्यापारियों और टेबल टेनिस क्लबों ने रिपोर्ट किया है कि मैच के दिनों में दर्शकों की संख्या 25 % बढ़ी, जिससे होटल बुकिंग, रेस्टोरेंट और स्थानीय परिवहन को लगभग $1.2 मिलियन अतिरिक्त आय मिली। ICC ने भी कहा है कि इस महिला टूर्नामेंट ने क्षेत्रीय क्रिकेट को नई ऊर्जा दी है।

12 टिप्पणि

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    Vibhor Jain

    सितंबर 30, 2025 AT 21:26

    जेमिमा का शतक तो शानदार रहा, लेकिन फिर भी कुछ लोग इसे हल्का समझते हैं।

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    Rashi Nirmaan

    अक्तूबर 1, 2025 AT 09:26

    भारत की महिला क्रिकेट ने विश्व मंच पर अपना गौरव दोबारा स्थापित किया है; यह सर्वदेशीय गर्व का कारण है और हमें सभी खेलों में महिलाओं के अधिकारों को सुदृढ़ करना चाहिए।

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    Ashutosh Kumar Gupta

    अक्तूबर 1, 2025 AT 23:20

    इतनी शानदार पारी के बाद भी कुछ लोग इस उपलब्धि को सिर्फ 'एक और जीत' कहकर कम आंकते हैं; यह उनकी सीमित दृष्टि और खेल के प्रति असभ्य रवैया दर्शाता है।

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    fatima blakemore

    अक्तूबर 2, 2025 AT 13:13

    जेमिमा की शताब्दी सिर्फ अंक नहीं, ये हमारे युवा खिलाड़ियों की आशा और सपनों की ज्वाला है। खेल का असली मकसद यही है कि हर बार मैदान में कुछ नया सीखना और आत्म‑विश्वास बढ़ाना।

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    vikash kumar

    अक्तूबर 3, 2025 AT 03:06

    जेमिमा के आँकड़े तकनीकी विश्लेषण में उल्लेखनीय हैं; उनका स्ट्राइक‑रेट 106.5 और पार्टरनर शिप विश्व स्तरीय बॉलिंग स्ट्रेटेजी के साथ सामंजस्यपूर्ण रूप से विकसित हुई।

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    ONE AGRI

    अक्तूबर 3, 2025 AT 17:00

    जेमिमा रोड्रिगेज़ की इस अद्भुत शताब्दी को देखकर हमें यह एहसास होता है कि भारतीय महिला क्रिकेट ने अब विश्व स्तर पर अपना मानक स्थापित कर लिया है। यह केवल व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं, बल्कि पूरे देश की खेल नीति और बुनियादी ढाँचे की सफलता का प्रमाण है। पिछले कुछ वर्षों में हमने देखा है कि कैसे हमारे शौक़ीनों ने मैदान में अपनी जगह बनाई है, और अब यह परिणाम हमारे अथक प्रयासों का फल है। इस जीत से पहले साउथ अफ्रीका की हार ने हमारी टीम की रणनीति में एक स्पष्ट बदलाव किया, जिससे गेंदबाज़ी ने दबाव बनाए रखा। जेमिमा की शतक ने टीम को आत्म‑विश्वास दिया और उनके साझेदारों के साथ दो मजबूत साझेदारी बनाई। यह साझेदारी न केवल स्कोरबोर्ड को प्रभावित करती है, बल्कि टीम के मनोबल को भी ऊंचा करती है। भारतीय कप्तानों ने हमेशा इस बात को दोहराया है कि महिला खिलाड़ियों को समान अवसर मिलना चाहिए, और यह जीत उसी का प्रतिफल है। इस प्रकार की जीत से हमारे युवा खिलाड़ियों में प्रेरणा की लहर दौड़ती है, जो आगे आने वाली पीढ़ियों के लिए मार्गदर्शक बनती है। विदेशों में आयोजित टॉप‑टियर टूर्नामेंटों में भारतीय महिला टीम का प्रदर्शन अब भरोसेमंद हो गया है। इस सन्दर्भ में, यह जरूरी है कि हम अपने घरेलू लीगों को और अधिक प्रोफेशनल बनायें, ताकि प्रतिभा को सही मंच मिल सके। जेमिमा जैसी प्रतिभाएं तभी उभरती हैं जब उन्हें निरंतर समर्थन और उचित सुविधाएं मिलती हैं। हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि हर महान खिलाड़ी के पीछे निगरानी और प्रेरणा का एक बड़ा नेटवर्क होता है। यही कारण है कि क्रिकेट बोर्ड ने अब महिलाओं की बुनियादी सुविधाओं में वृद्धि की दिशा में कदम बढ़ाए हैं। इस कदम का सकारात्मक असर न केवल वर्तमान में, बल्कि भविष्य में भी दिखेगा। अंत में, यह कहना उचित रहेगा कि जेमिमा का यह शतक भारत के क्रिकेट इतिहास में एक नया अध्याय खोलता है, और हमें इसे गर्व की भावना से मनाना चाहिए।

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    Hariprasath P

    अक्तूबर 4, 2025 AT 06:53

    देखते हैं तो जेमिमा ने तो शानदार खेल दिखाया, पर मेरे हिसाब से हमारी टीम को अभी बॉलिंग में भी ऐसी ही गहरी विश्लेषणात्मक रणनीति अपनानी चाहिए।

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    Sandhya Mohan

    अक्तूबर 4, 2025 AT 20:46

    वास्तव में, जेमिमा की शतक को देखते हुए यह सवाल उठता है कि क्या हम अपनी खेल मनोविज्ञान को भी उतना ही सटीक बना सकते हैं, जिससे खिलाड़ी तनाव में भी अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दे सकें।

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    Prakash Dwivedi

    अक्तूबर 5, 2025 AT 10:40

    सच कहा आपने, अक्सर लोग आँकड़ों को कम आंकते हैं, लेकिन जेमिमा की इस पारी ने स्पष्ट कर दिया कि हर रन में मेहनत और भावना छिपी होती है।

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    Rajbir Singh

    अक्तूबर 6, 2025 AT 00:33

    जेमिमा का शतक हमें याद दिलाता है कि निरंतर अभ्यास और सही दिशा में प्रशिक्षण ही सफलता की कुंजी है।

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    Swetha Brungi

    अक्तूबर 6, 2025 AT 14:26

    बिल्कुल, इस जीत के बाद हमें युवा ट्रेनिंग अकादमी में ऐसे उभरते हुए टैलेंट्स को अधिक अवसर देने चाहिए। यदि हम उनकी तकनीकी क्षमताओं को व्यक्तिगत कोचिंग के साथ संयोजित करें, तो भविष्य में हमें और भी अधिक शतक देखने को मिल सकते हैं।

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    Govind Kumar

    अक्तूबर 7, 2025 AT 04:20

    समग्र रूप से, दियो गई जानकारी से स्पष्ट है कि भारतीय महिला टीम ने रणनीति, कौशल और मनोवैज्ञानिक दृढ़ता के सभी पहलुओं को संतुलित किया है; यह हमें आगे के टूर्नामेंट में सफलता की आशा देता है।

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