जिम्बाब्वे क्रिकेट फैंस के लिए 2025 की T20 त्रिकोणीय सीरीज किसी त्योहार से कम नहीं है। करीब एक दशक बाद न्यूजीलैंड की टीम जिम्बाब्वे की जमीन पर T20 मैच खेलने उतरी है। ट्राई-सीरीज की शुरुआत तेजी से हुई और न्यूजीलैंड ने शुरुआती मुकाबलों में अपना दमखम दिखाकर सभी का ध्यान खींचा।
इस सीरीज में तीन टीमें हैं - जिम्बाब्वे, दक्षिण अफ्रीका और न्यूजीलैंड। कुल छह लीग मुकाबले होंगे और 26 जुलाई को फाइनल खेला जाएगा। शुरुआती मैच 16 जुलाई को न्यूजीलैंड और दक्षिण अफ्रीका के बीच हुआ और न्यूजीलैंड ने 21 रन से जीत दर्ज की। 18 जुलाई को जिम्बाब्वे की बारी आई, लेकिन न्यूजीलैंड ने उन्हें 8 विकेट से हरा दिया। इस जीत के साथ न्यूजीलैंड ने तालिका में अपना शीर्ष स्थान मजबूत किया।
जिम्बाब्वे टीम ने बीते सालों में कई उतार-चढ़ाव देखे हैं। कभी 1990 के दशक में अफ्रीकी क्रिकेट का उगता सूरज समझे जाने के बाद टीम का प्रदर्शन कमजोर हो गया था। मगर अब कप्तान सिकंदर रजा की अगुवाई में टीम युवा खिलाड़ियों के साथ गेम में वापसी करना चाहती है। उनका अगला मुकाबला 20 जुलाई को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ और 24 जुलाई को फिर से न्यूजीलैंड से है। इन दोनों मैचों में प्रदर्शन सुधारना उनके लिए जरूरी होगा, खासतौर पर बल्लेबाजी और बॉलिंग दोनों डिपार्टमेंट्स में।
न्यूजीलैंड के लिए ग्लेन फिलिप्स और डेरिल मिशेल जैसे अनुभवी खिलाड़ी बड़ी भूमिका निभा रहे हैं, वहीं दक्षिण अफ्रीका अपने युवा ब्रिगेड पर भरोसा कर रहा है। लेकिन जिम्बाब्वे के पास घरेलू मैदान का फायदा जरूर है। पिछले मैच में उनके बल्लेबाज जल्दी आउट हो गए, अगर वह टॉप ऑर्डर में रन बना लेते हैं तो चीजें बदल सकती हैं।
अगर जिम्बाब्वे अपने प्रदर्शन में T20 त्रिकोणीय सीरीज के दौरान स्थिरता ला पाई तो वे फाइनल में जगह बना सकते हैं। इस सीरीज ने न सिर्फ पुराने प्रतिद्वंद्वियों को फिर से आमने-सामने ला दिया है, बल्कि जिम्बाब्वे के लिए अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपनी काबिलियत दिखाने का सुनहरा मौका भी है। क्या वे इस मौके का फायदा उठा पाएंगे या न्यूजीलैंड के अनुभव के आगे झुकेंगे—इसका जवाब कुछ ही दिनों में सबके सामने होगा।
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