टामिलनाडु के नेस्टेड विकेटकीपर-बैटर Narayan Jagadeesan को भारत की टेस्ट टीम में पहली बार बुलाया गया है। यह कदम जुलाई 2025 में इंग्लैंड के खिलाफ चल रही पाँचवीं टेस्ट के चयन में आया है। 29 वर्षीय जगेदेसन ने घरेलू मंच पर लगातार परफॉर्मेंस दी है, जिसमें वह एक-डे क्रिकेट में विश्व का सबसे बड़ा व्यक्तिगत स्कोर भी रखता है। इस उपलब्धि ने उसकी बैटिंग क्षमता को साबित किया और साथ ही विकेटकीपिंग में उसकी स्थिरता ने टीम प्रबंधन को आश्वस्त किया।
जबकी इशान किशन जैसे विकल्प भी थे, लेकिन भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने जगेदेसन को प्राथमिकता दी। उनका चयन न केवल व्यक्तिगत सफलता का प्रतीक है, बल्कि यह भारतीय घरेलू क्रिकेट की गहरी प्रतिभा का भी संकेत है। इस टूर में उनकी भूमिका सिर्फ बैटिंग नहीं, बल्कि बागीचे में अतिरिक्त फील्डिंग विकल्प के रूप में भी अहम होगी।
मैनचेस्टर टेस्ट में रिषभ पैंट ने पहले इनिंग में शानदार शॉट्स खेलते हुए बाएँ पैर में फ्रैक्चर कर लिया। चोट के कारण वह शेष टूर में खेल नहीं पाए, जिससे भारतीय टीम को एक अनुभवी विकेटकीपर की कमी महसूस हुई। यही कारण है कि जगेदेसन को एक त्वरित अवसर मिला। पैंट की अनुपस्थिति ने टीम के मध्य में नई ऊर्जा लाने के लिए दरवाजे खुला दी।
जगेदेसन इस मौके को गंभीरता से ले रहे हैं। उन्होंने बताया कि वह टीम की रणनीति में जल्दरता और भरोसेमंदता लाने का प्रयास करेंगे। उनकी डेब्यू मैच में अगर अच्छा प्रदर्शन हुआ, तो भविष्य में वे टेस्ट क्रम में स्थायी रूप से जगह बना सकते हैं।
यह चयन भारतीय वैलेन्ट के गहराई को भी उजागर करता है। पिछले कुछ वर्षों में कई युवा खिलाड़ी घरेलू मंच से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उभरे हैं, और जगेदेसन इसका एक और जीवित उदाहरण हैं। इस टूर में उनका प्रदर्शन न केवल उनकी व्यक्तिगत यात्रा में मोड़ बन सकता है, बल्कि भारतीय क्रिकेट की भविष्य की दिशा को भी प्रभावित करेगा।
एक टिप्पणी लिखें