जब आप अफगानिस्तान, दक्षिण एशिया में स्थित, बहुजातीय और बहुधार्मिक देश, जो 30 मिलियन से अधिक लोगों को घर माना जाता है. अक्सर अफग़ानिस्तान के रूप में भी लिखा जाता है, तो इस क्षेत्र की जटिल राजनीति, सुरक्षा और आर्थिक हलचल को समझना जरूरी हो जाता है.
इस देश की राजनीति की प्रमुख धुरी तालिबान, अफगानिस्तान में सत्ता में रहने वाला इस्लामी ग्रुप, जो 2021 में अमेरिकी निकास के बाद शासन संभाल चुका है है। तालिबान की नीतियाँ काबुल में रोज़मर्रा की ज़िंदगी को सीधे प्रभावित करती हैं, जहाँ काबुल, अफगानिस्तान की राजधानी, आर्थिक और सांस्कृतिक केंद्र, लेकिन लगातार सुरक्षा चुनौतियों का सामना करती है नई नियमों के साथ सामंजस्य बैठाने की कोशिश करती है। तालिबान‑काबुल संबंध यह दर्शाते हैं कि शक्ति‑संरचना और शहरी नीतियों का आपसी असर किस तरह देश के भविष्य को आकार देता है।
अफगानिस्तान की अर्थव्यवस्था आज कई दबावों में उलझी हुई है। प्रमुख उद्योग—जैसे कृषि, खनिज निर्यात और छोटे‑स्तर के उद्यम—वित्तीय प्रतिबंधों और बुनियादी ढांचे की कमी से जूझ रहे हैं। इसके अलावा, अफगानिस्तान में शरणार्थी प्रवाह एक बड़ी मानवीय समस्या बन गया है; पाकिस्तान, इरान और यूरोपीय देशों में लाखों अफगान शरणार्थी बुनियादी सेवाओं और रोजगार की तलाश में हैं। यही प्रवास अंतरराष्ट्रीय सहायता और स्थानीय संसाधनों के बीच तनाव पैदा करता है, जिससे आर्थिक पुनरुत्थान कठिन हो जाता है।
सुरक्षा के पहलू से देखिए तो अफगानिस्तान की स्थिति पड़ोसी देशों के साथ जटिल है। संयुक्त राज्य अमेरिका का 2021 में बहिष्कार, नारकोटिक तस्करियों का नेटवर्क, तथा अंतर्विरोधी मिलिशिया समूह—all these elements influence national stability. इस परिदृश्य में अंतरराष्ट्रीय संगठनों की भूमिका—जैसे यूएनएचसीआर, विश्व बैंका—देश के पुनर्निर्माण और मानवीय सहायता में अहम हो गई है। सुरक्षा‑अर्थव्यवस्था‑राजनीति के त्रिकोणीय संबंध यह समझाते हैं कि एक क्षेत्र में बदलाव समग्र रूप से कैसे प्रभाव डालता है।
सांस्कृतिक दृष्टि से भी अफगानिस्तान की धरोहर रंगीन और विविध है। काबुल के पुरानी बाग, सहरेज की लोक कला, तथा महिलाओं की शिक्षा के लिए संघर्ष—ये सब इस देश की पहचान को बनाते हैं। हालाँकि, तालिबान के शासन के तहत महिलाओं की सामाजिक भागीदारी का सवाल अभी भी चर्चा में है; कई NGOs इस दिशा में सुधार लाने की कोशिश कर रहे हैं। इन सामाजिक पहलुओं को समझना तब जरूरी हो जाता है जब हम देखना चाहते हैं कि कैसे राष्ट्रीय नीतियाँ स्थानीय जीवन को प्रभावित करती हैं।
नीचे आप विभिन्न लेखों की सूची पाएँगे—ये सब अफगानिस्तान से जुड़ी नवीनतम खबरें, गहराई वाले विश्लेषण और विशेषज्ञ राय को कवर करते हैं। चाहे आप राजनीति, सुरक्षा, आर्थिक स्थिति या सामाजिक बदलाव में रूचि रखते हों, इस संग्रह में आपको प्रबंधनीय जानकारी मिलेगी जो आपके ज्ञान को अपडेट रखेगी।
टी20 विश्व कप 2024 के पहले सेमी-फाइनल में दक्षिण अफ्रीका और अफगानिस्तान की टीमें भिड़ने जा रही हैं। इस मुकाबले में कई महत्वपूर्ण खिलाड़ी अहम भूमिका निभाते हुए नजर आ सकते हैं, जिनमें तबरेज़ शम्सी, राशिद खान, क्विंटन डी कॉक शामिल हैं। मुकाबला ब्रायन लारा क्रिकेट एकेडमी, त्रिनिदाद में 26 जून को खेला जाएगा।