जब हम इंटरनेट बाधा, इंटरनेट तक पहुँच को सीमित या पूरी तरह रोकना. इसे कभी‑कभी नेटवर्क ब्लॉक्स कहा जाता है। यह समस्या अक्सर सरकारी सेंसरशिप, स्थिति‑विशिष्ट नियमों के तहत कुछ वेबसाइट या ऐप को ब्लॉक करना के ज़रिये लागू होती है, लेकिन निजी कंपनियों के अनुबंध या तकनीकी गड़बड़ी से भी हो सकती है। मूल रूप से, इंटरनेट बाधा यह बताती है कि आपके डिवाइस और वांछित ऑनलाइन सेवा के बीच कनेक्शन टूट रहा है।
इंटरनेट बाधा के तीन प्रमुख कारण होते हैं: पहला, राजनीतिक या सामाजिक कारणों से सरकारी आदेश; दूसरा, बौद्धिक संपदा या कॉपीराइट संबंधित मुकदमों के तहत कानूनी प्रतिबंध; तीसरा, तकनीकी उपाय जैसे फ़ायरवॉल, DNS‑स्पूफ़िंग या IP‑ब्लॉक। ये कारण कनेक्टिविटी को सीधे प्रभावित करते हैं, क्योंकि बिना सही IP या DNS रीसॉल्यूशन के डेटा पैकेट लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाते। इस तरह की बाधा उपयोगकर्ता की सूचना‑प्राप्य अधिकार को कम कर देती है और व्यापार, शिक्षा तथा स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों में व्यवधान पैदा करती है।
जब VPN, वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क, जो आपका ट्रैफ़िक एन्क्रिप्ट करके अन्य देश के सर्वर से रूट करता है को सही तरीके से इस्तेमाल किया जाए, तो यह अधिकांश बाधाओं को बायपास कर सकता है। VPN आपके डेटा को एन्क्रिप्ट करके ISP या सरकारी फ़ायरवॉल को ट्रैफ़िक पहचानने से रोकता है, इसलिए आप ब्लॉक की गई वेबसाइटों तक पहुँच सकते हैं। इसी तरह DNS‑ओवर‑HTTPS (DoH) या DNS‑ओवर‑TLS (DoT) का प्रयोग करके DNS‑स्पूफ़िंग को टाला जा सकता है, क्योंकि यह DNS क्वेरीज को एन्क्रिप्ट कर देती है। प्रॉक्सी सर्वर, टॉर नेटवर्क और मोबाइल डेटा स्विचिंग भी वैकल्पिक उपाय हैं, लेकिन गति या सुरक्षा के मामले में VPN अक्सर सबसे भरोसेमंद रहता है। उपायों का चयन करते समय दो मुख्य गुणों को देखना चाहिए: एन्क्रिप्शन की मजबूत स्तर और सर्वर लोकेशन की विविधता। एन्क्रिप्शन जितना मजबूत, आपकी डेटा पर सेंसरशिप का असर उतना ही कम। सर्वर लोकेशन जितनी अधिक, आप किसी भी भू‑प्रतिबंध को पार कर सकते हैं। साथ ही, सटीक लॉग‑पॉलिसी देखें; फ्री VPN अक्सर उपयोगकर्ता डेटा को बेचते हैं, इसलिए भरोसेमंद पे‑वॉल्यूमर सर्विस चुनें। एक और कम-खर्ची तरीका है स्मार्ट DNS सर्विस का उपयोग करना। यह केवल DNS क्वेरी को रीरूट करता है, इसलिए कनेक्शन गति पर न्यूनतम असर पड़ता है, और स्ट्रीमिंग साइट्स पर ब्लॉक हटाने में मदद करता है। लेकिन ध्यान रखें, स्मार्ट DNS एन्क्रिप्टेड ट्रैफ़िक नहीं बचा पाता, इसलिए यदि सेंसिटिव जानकारी भेज रहे हैं तो VPN ही बेहतर विकल्प है। अंत में यह भी याद रखें कि इंटरनेट बाधा का सामना करते समय कानूनी पहलुओं को समझना आवश्यक है। कुछ देशों में VPN का उपयोग भी प्रतिबंधित या सीमित हो सकता है, इसलिए स्थानीय कानूनों की जाँच कर लें। निजी डेटा की सुरक्षा, आधिकारिक नियमों का पालन और डिजिटल अधिकारों की रक्षा के बीच संतुलन बनाना ही दीर्घकालीन समाधान है। इन सभी बिंदुओं को समझ कर आप न सिर्फ व्यक्तिगत रूप से इंटरनेट बाधा से बच सकते हैं, बल्कि अपने आसपास के लोगों को भी सही जानकारी दे सकते हैं। नीचे दी गई सूची में विभिन्न समाचार, सरकारी नीतियों, और तकनीकी अपडेट्स का विस्तृत सारांश मिलेगा, जो आपको वर्तमान परिदृश्य की पूरी तस्वीर देगा।
रिलायंस जियो के ग्राहक वर्तमान में इंटरनेट और मोबाइल नेटवर्क की गंभीर समस्या का सामना कर रहे हैं। कई उपयोगकर्ता मोबाइल इंटरनेट का उपयोग नहीं कर पा रहे हैं और अक्सर कॉल ड्रॉप्स की शिकायत कर रहे हैं। डाउनडिटेक्टर के अनुसार, यह समस्या व्यापक है। हालांकि, रिलायंस जियो ने इस बारे में अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है।