जम्मू‑कश्मीर की ताज़ा खबरें, विश्लेषण और दृष्टिकोण

जब हम जम्मू‑कश्मीर, उत्तरी भारत की पहाड़ी सीमान्त प्रदेश, जिसमें दुर्गम ऊँचे पहाड़, सुन्दर झीलें और विविध संस्कृतियों का संगम है, भी जाना जाता है (वॉटरडाइज़र), तो उसके प्रमुख घटकों को समझना ज़रूरी है। इस क्षेत्र में हिमालय, दुनिया की सबसे ऊँची पर्वत श्रृंखला, जो जम्मू‑कश्मीर को घेरती है शामिल है, जो न केवल जल स्रोत बनाती है बल्कि पर्यटन को भी बढ़ावा देती है। पर्यटन, स्नो‑स्की रिसॉर्ट्स, डल लेक, पाहलगम् ट्रेक जैसे आकर्षणों से भरपूर एक तेज़ी से उभरता सेक्टर का भी यही इलाका आधार है। साथ ही सुरक्षा, सीमा पर चल रहे सैन्य संचालन, स्थानीय तालुके और आतंकवादी खतरे की लगातार जाँच क्षेत्र के सामाजिक‑आर्थिक परिदृश्य को आकार देती है। इन तीनों तत्वों का आपसी असर — हिमालय पर्यटन को संभव बनाता है, जबकि सुरक्षा की स्थिति वही पर्यटन को प्रभावित करती है — को समझना आज के पाठकों के लिए बुनियादी है।

जम्मू‑कश्मीर के मुख्य पहलू

इन्हीं कारणों से जम्मू‑कश्मीर को अक्सर राष्ट्रीय रणनीति, पर्यावरणीय संरक्षण और सामाजिक विकास की चर्चाओं में रखा जाता है। प्रदेश के शरणार्थी मुद्दे भी विशेष महत्व रखते हैं; अनेक परिवार सीमाओं के पार निकले और वर्तमान में पुनर्वास, रोजगार और शिक्षा के सवालों का सामना कर रहे हैं। कृषि की बात करें तो बर्फीले ऊँचे मैदानों में टैफ़ी, सफ़ेद कपास और एप्पल की खेती मुख्य आय के स्रोत हैं, जबकि जल संसाधन प्रबंधन में हिमालय की बर्फ‑पिघलन का योगदान अनिवार्य है। इसके अलावा, सांस्कृतिक उत्सव जैसे उबरान और शरद‑पूस के महोत्सव स्थानीय लोगों को जोड़ते हैं और बाहरी पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। इन विविध आयामों को जानने से आप इस प्रदेश की समग्र तस्वीर को बेहतर समझ पाएंगे।

अब आप नीचे दी गई सूची में जम्मू‑कश्मीर से जुड़ी नवीनतम समाचार, विश्लेषणात्मक रिपोर्ट और स्थानीय विषयों के बारे में पढ़ सकते हैं। इन लेखों में राजनीति, सुरक्षा, पर्यटन, जलवायु‑परिवर्तन और शरणार्थी मुद्दों के विभिन्न पहलुओं को कवर किया गया है, जिससे आपका ज्ञान और दृष्टिकोण दोनों ही विस्तृत होंगे।

प्रधानमंत्री मोदी ने जम्मू-कश्मीर के लोगों की योग के प्रति उत्साह की सराहना की

प्रधानमंत्री मोदी ने जम्मू-कश्मीर के लोगों की योग के प्रति उत्साह की सराहना की

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर के लोगों द्वारा योग के प्रति दिखाई गई उत्साह की सराहना की। उन्होंने आठवें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर आयोजित वीडियो कॉन्फ्रेंस के दौरान इसकी प्रशंसा की। मोदी जी ने योग के महत्व पर जोर दिया और इसके कारण के रूप में शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के सुधार का उल्लेख किया।