जब मौसम, वायुमंडल की स्थिति को दर्शाने वाला शब्द है, जिसमें तापमान, वर्षा, वारा और दबाव शामिल हैं, जलवायु की बात आती है, तो हम आमतौर पर सिर्फ आज के तापमान या बारिश की सूचना नहीं, बल्कि पूरी दिनचर्या को तय करने वाले कई पहलुओं की बात करते हैं। इस पेज पर आप पाएँगे कैसे भारी बारिश से लेकर तापमान, वर्तमान या अनुमानित डिग्री सेंटीग्रेड, जो ठंड‑गरमी के स्तर को दर्शाता है तक के बदलाव आपके खेत, यात्रा और स्वास्थ्य को सीधे प्रभावित करते हैं।
भारी बारिश, वर्षा की तीव्रता जो बाढ़, धसान और सड़क बंदी का कारण बनती है का असर अक्सर कृषि उत्पादन और शहर की बुनियादी ढाँचे पर दिखता है। जब मौसम विज्ञानियों ने मौसम चेतावनी, सरकारी या मौसम विभाग द्वारा जारी नियमित अलर्ट, जो नागरिकों को जोखिम के बारे में सचेत करता है जारी की, तो यात्रियों को अपनी योजनाएँ पुनः देखनी पड़ती हैं। इसी तरह हवामान पूर्वानुमान, आगामी दिनों के मौसम की भविष्यवाणी, जो डेटा‑संचालित मॉडल पर आधारित है किसानों को बीज बुआई, मार्केटर को स्टॉक प्रबंधन और स्कूलों को छुट्टियों का शेड्यूल बनाने में मदद करता है।
मौसम समेटता है वर्षा और तापमान को – यानी बारिश की मात्रा और हवा का तापमान एक साथ मिलकर दैनिक जीवन को आकार देते हैं (संबंध: मौसम → वर्षा और तापमान)। मौसम मांगता है मौसम विज्ञान की विशेषज्ञता, क्योंकि सही डेटा और मॉडल ही सटीक पूर्वानुमान प्रदान कर सकते हैं (संबंध: मौसम → मौसम विज्ञान)। भारी बारिश प्रभावित करती है कृषि उत्पादन, जिससे फसल की पैदावार या नुकसान का आँकलन बदल सकता है (संबंध: भारी बारिश → कृषि)। मौसम चेतावनी समर्थन करती है यात्रियों की सुरक्षा, क्योंकि लोग समय पर निकलने या रूट बदलने का फैसला कर लेते हैं (संबंध: मौसम चेतावनी → यात्रा सुरक्षा)। अंत में, हवामान पूर्वानुमान सहायता करता है योजना बनाने में, चाहे वह पैदल यात्रा हो या बड़े पैमाने पर निर्माण कार्य (संबंध: हवामान पूर्वानुमान → योजना निर्माण)।
नीचे आप देखेंगे कि भारत के विभिन्न राज्यों में अब तक कौन‑से मौसम‑संबंधी अपडेट जारी हुए हैं, कौन‑से चेतावनी क्षेत्रों में लागू हैं और किस तरह के तापमान रुझान प्रमुख शहरों में चल रहे हैं। इन जानकारियों को समझकर आप अपने रोज़मर्रा के निर्णय—जैसे कहीं जाना, खेत की देखभाल या ऊर्जा बचत—को अधिक सटीक बना सकते हैं। अगली सूची में हम आज की सबसे ताज़ा मौसम‑सम्बंधी खबरें और विश्लेषण प्रस्तुत करेंगे।
झारखंड के मौसम विभाग ने कई जिलों, विशेषकर रांची, खूंटी, सिमडेगा और पश्चिम सिंहभूम में भारी बारिश और तूफान का रेड अलर्ट जारी किया है। 21 मार्च को रांची में बादलों से डका आकाश देखा गया, जबकि चाईबासा में पिछले 24 घंटों में सबसे अधिक 54.1 मिमी बारिश हुई। जमशेदपुर में 7.7 मिमी बारिश दर्ज की गई।