When working with S&P 500, अमेरिका के 500 बड़े सार्वजनिक कंपनियों का शेयर‑इंडेक्स है. Also known as Standard & Poor's 500, it serves as a benchmark for स्टॉक मार्केट, शेयर की खरीद‑बेच का समुच्चय. It closely tracks movements of NASDAQ, टेक‑वेटेड शेयर बाजार and Dow Jones, 30 प्रमुख औद्योगिक कंपनियों का इंडेक्स. यह S&P 500 निवेशकों को बाजार के रुझानों को समझने में मदद करता है।
इंडेक्स फंड, ऐसे म्यूचुअल फंड जो S&P 500 जैसे इंडेक्स को ट्रैक करते हैं भारत में तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं। जब S&P 500 में ऊपर‑नीचे होते हैं, तो इन फंडों की वैल्यू भी उसी के अनुसार बदलती है, इसलिए फंड की परफ़ॉर्मेंस को समझने में S&P 500 का अध्ययन आवश्यक है। निवेशक अक्सर इक्विटी निवेश, कंपनी के शेयर खरीदना को S&P 500 के साथ जोड़ते हैं क्योंकि यह बड़े‑बड़े कंपनियों के समूह को दर्शाता है। इस कारण, बाजार के एलेवेटर या डिप्रेशन को पढ़ना आसान हो जाता है, और जोखिम‑प्रबंधन के लिए यह एक अच्छा रेफरेंस बनता है।
S&P 500 की दैनिक उतार‑चढ़ाव वित्तीय खबरों, ब्याज दरों के बदलाव और वैश्विक आर्थिक तनाव से सीधे प्रभावित होते हैं, इसलिए ताज़ा अपडेट्स पर नज़र रखना जरूरी है। जब आप इस टैग पेज पर नीचे सूचीबद्ध लेख पढ़ेंगे, तो आप देखेंगे कि कैसे S&P 500 ने हाल के शेयर मार्केट घटनाओं, टाटा मोटर्स डिमर्जर या सोने की कीमतों के बदलाव के साथ इंटरैक्ट किया है। इन कनेक्शनों को समझना आपके निवेश निर्णयों को तेज़ और सही बनाता है। अब नीचे दिए गए नवीनतम समाचारों और विश्लेषणों को देखें, ताकि आप आज के बाजार पर एक स्पष्ट तस्वीर बना सकें।
अमेरिका में नई टैरिफ नीति की घोषणा के बाद वॉल स्ट्रीट में भारी भगदड़ मच गई। डॉव 1,650 अंकों से ज्यादा गिरा, जबकि S&P 500 और नैस्डैक ने पांच साल की सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की। एप्पल, नाइकी, एनविडिया और एएमडी जैसे दिग्गज शेयरों में दो अंकों तक गिरावट आई। 67 देशों पर 10% से 41% तक नए टैरिफ लागू होंगे, कनाडा पर गैर-USMCA वस्तुओं पर 35%।