जब हम सेहत, शरीर और मन की कुल मिलाकर अवस्था, जिसमें रोग‑मुक्त रहना, ऊर्जा स्तर और जीवन की गुणवत्ता शामिल है. Also known as स्वास्थ्य, it acts as the foundation for every daily activity.
सेहत को समझने के लिए पोषण, सही मात्रा में कैलोरी, विटामिन और मिनरल्स की आपूर्ति और व्यायाम, नियमित शारीरिक गतिविधि जो मांसपेशियों, हृदय व फेफड़ों को मजबूत करती है को अलग‑अलग देखना जरूरी है। पोषण बिना व्यायाम के ऊर्जा का स्रोत बनता है, जबकि व्यायाम बिना पोषण के शरीर को पोषक तत्वों को प्रभावी ढंग से उपयोग करने नहीं देता। इन दो स्तंभों के साथ मानसिक स्वास्थ्य भी सेहत का अभिन्न भाग है; तनाव, चिंता या नींद की कमी सीधे शारीरिक कार्यप्रणाली को प्रभावित करती है।
इन मुख्य तत्वों के अलावा रोग रोकथाम, वैज्ञानिक आधार पर समय‑समय पर स्क्रीनिंग और वैक्सीन से बीमारियों को रोकना भी सेहत की रक्षा में अहम भूमिका निभाती है। उदाहरण के तौर पर, नियमित रक्तचाप जांच या टीकाकरण से कई गंभीर रोगों की संभावना घटती है। नींद, जो अक्सर अनदेखी हो जाती है, नींद की गुणवत्ता, रात में 7‑9 घंटे निरंतर और गहरी नींद को सेहत का रीसेट बटन कहा जा सकता है—यह मस्तिष्क को साफ करता है, हार्मोन संतुलित रखता है और इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है।
अगर आप अपनी सेहत को सुधारना चाहते हैं, तो पहले दैनिक रूटीन में छोटे‑छोटे बदलाव लाएँ। सुबह का नाश्ता प्रोटीन‑रिच रखें, जैसे अंडा या दाल। दोपहर के खाने में हरी सब्ज़ी और साबुत अनाज को प्राथमिकता दें। शाम को 30‑40 मिनट तेज़ चलना या स्ट्रेचिंग करें; इससे हृदय‑संबंधी स्वास्थ्य बेहतर होता है और तनाव कम होता है। साथ ही, दिन में 6‑8 घंटे की नींद लेनी चाहिए और स्क्रीन टाइम को सीमित रखें—ये सभी कदम मानसिक स्वास्थ्य को स्थिर रखेंगे।
इन टिप्स के अलावा, अगर आप किसी विशेष रोग की प्रवृत्ति से चिंतित हैं, तो डॉक्टर से मिलकर उचित स्क्रीनिंग करवाएँ। रक्त शर्करा, कोलेस्ट्रॉल और थायरॉइड टेस्ट जैसी बेसिक जांचें आमतौर पर 1‑2 साल में एक बार करवाई जा सकती हैं। इस तरह समय पर समस्या पहचानना और इलाज शुरू करना सेहत की दीर्घकालिक स्थिरता सुनिश्चित करता है।
अब आप जानते हैं कि सेहत सिर्फ बीमारी न होना नहीं, बल्कि ऊर्जा, खुशी और दीर्घायु का समीकरण है। नीचे आप विभिन्न लेखों में पोषण, व्यायाम, मानसिक स्वास्थ्य, रोग रोकथाम और जीवनशैली से जुड़े गहन विश्लेषण पाएँगे, जो आपके रोज़मर्रा के सवालों के जवाब देंगे। आगे बढ़िए और अपने स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए उपयोगी जानकारी को पढ़ें।
रतन टाटा, जो 86 साल के हैं और टाटा सन्स के चेयरमैन एमेरिटस हैं, उन्हें 7 अक्टूबर 2024 को स्वास्थ्य समस्याओं के कारण मुंबई के ब्रेच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया। उनकी हालत स्थिर बताई गई है और वह चिकित्सा देखरेख में हैं। उनकी बीमारी की प्रकृति का खुलासा नहीं किया गया है और टाटा समूह ने सार्वजनिक से उनकी निजता का सम्मान करने की अपील की है।