जब तूफान, वायुमंडल में तेज़ हवा, भारी वर्षा और बिजली के साथ अचानक उत्पन्न होने वाला मौसमीय घटना. Also known as चक्रवात, it हमारे रोज़मर्रा के जीवन पर सीधा असर डालता है। भारी बारिश, तीव्र वर्षा जो जलस्तर बढ़ा देती है और बाढ़ का खतरा पैदा करती है अक्सर तूफान के साथ आती है, इसलिए इन दो शब्दों को अलग नहीं समझना चाहिए। वहीं वायुमंडल, पृथ्वी को घेरने वाला गैस का परत, जिसमें हवा, तापमान और दबाव जैसी चीजें शामिल हैं की स्थिति भी तय करती है कि तूफान कब और कहाँ फटता है। अंत में, प्राकृतिक आपदा, पर्यावरणीय बुनियादी बदलाव जो इंसानों की सुरक्षा को खतरे में डालते हैं का एक हिस्सा है, और तूफान इसका प्रमुख उदाहरण है। यह त्रिपल कॉनेक्शन (तूफान‑भारी बारिश, तूफान‑वायुमंडल, तूफान‑प्राकृतिक आपदा) हमें समझाता है कि कैसे एक घट घटना कई क्षेत्रों को प्रभावित करती है।
सबसे पहले, तूफान की तीव्र हवा 120 किमी/घंटा से भी तेज़ हो सकती है, जिससे पेड़, छत और बिजली लाइनें आसानी से नष्ट हो जाती हैं। इसलिए, घर की खिड़कियों पर टैंपर्ड ग्लास लगाना, बाहर के भारी फर्नीचर को सुरक्षित जगह पर रखना और आपातकालीन किट तैयार रखना जरूरी है। दूसरी तरफ, बारिश अक्सर 10 से 20 सेंटीमीटर तक हो सकती है; जलभवन, निचले क्षेत्रों और सड़कें जल्दी से जलमग्न हो जाती हैं। इस दौरान स्थानीय प्रशासन द्वारा जारी किए गए ‘भारी बारिश‑अंधी चेतावनी’ को नजरअंदाज न करना चाहिए।
जब तूफान आए, तो बिजली कटौती आम बात है, इसलिए फ़ोन चार्जर, टॉर्च, बैटरियां और कुछ जरूरी दवाइयाँ हमेशा हाथ में रखें। यदि आप ग्रामीण या समुद्री क्षेत्र में रहते हैं, तो स्थानीय रेडियो या एप से मौसम अपडेट सुनते रहें; कई बार भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने 12 राज्यों में ‘भारी बारिश‑अंधी चेतावनी’ जारी की होती है, जिससे पहले से चेतावनी मिलती है। आपदा प्रबंधन एजेंसियों की कॉल‑इन नंबर सेव करके रखें; आवश्यकता पड़ने पर वे तत्काल सहायता भेज सकते हैं।
अब आप सोच रहे होंगे कि इन सबके बीच कौन‑सी खबरें बेस्ट हैं? नीचे की सूची में हम ने ऐसे लेख जमा किए हैं जो आज के तूफान‑सम्बन्धी अपडेट, वायुमंडलीय बदलाव, भारी बारिश के आंकड़े और आपदा प्रबंधन के टिप्स को कवर करते हैं। आप इन पढ़ने से न सिर्फ़ वर्तमान स्थिति को समझ पाएँगे, बल्कि घर और परिवार के लिए तैयारियों का actionable प्लान बना सकेंगे। तैयार रहें, सूचित रहें, और सुरक्षित रहें।
झारखंड के मौसम विभाग ने कई जिलों, विशेषकर रांची, खूंटी, सिमडेगा और पश्चिम सिंहभूम में भारी बारिश और तूफान का रेड अलर्ट जारी किया है। 21 मार्च को रांची में बादलों से डका आकाश देखा गया, जबकि चाईबासा में पिछले 24 घंटों में सबसे अधिक 54.1 मिमी बारिश हुई। जमशेदपुर में 7.7 मिमी बारिश दर्ज की गई।