टाटा कैपिटल आईपीओ ने दूसरे दिन 75% बिडिंग, कर्मचारी कोटा 194% ओवरसबसक्राइब

जब टाटा कैपिटल लिमिटेड, टाटा समूह ने 7 अक्टूबर 2025 को अपने आईपीओ की दूसरी बिडिंग समाप्त की, तो बिडिंग का सब्सक्रिप्शन 75% दर्ज हुआ। यह ऑफर एनएसई के डेटा के अनुसार 24,85,50,604 शेयरों पर मिले बिड के साथ आया, जबकि कुल पेशकश 33,34,36,996 शेयर थी। कर्मचारी कोटा 194% ओवरसबसक्राइब हुआ, जिससे कंपनी के अंदरूनी विश्वास का स्तर स्पष्ट हुआ।

बाजार की प्रतिक्रिया और बिडिंग आँकड़े

दूसरे दिन के बिडिंग में विभिन्न वर्गों की रुचि में अंतर स्पष्ट हुआ। क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर (QIB) कोटा 86% तक सब्सक्राइब हुआ, जबकि रिटेल इंडिविजुअल इन्वेस्टर्स (RII) को 67% मिला। नॉन‑इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NII) ने कुल 75% सब्सक्रिप्शन दर्ज किया, जो समग्र औसत के बराबर है। शुरुआती दिन में केवल 30‑35% बिडिंग ढेरी हुई थी, परन्तु कर्मचारी कोटा ने पहले दिन ही लगभग पूरी तरह से बुक कर ली थी।

एंकर बुक एवं प्रमुख निवेशक

आईपीओ के आधिकारिक रूप से खुलने से पहले, टाटा कैपिटल ने 4,642 करोड़ रुपये की एंकर बुक पारी 68 घरेलू और वैश्विक संस्थागत निवेशकों से सुरक्षित की। एंकर बुक में मांग पेशकी गई राशि से लगभग पाँच गुना अधिक थी, जिससे संस्थागत निवेशकों की तीव्र apetites स्पष्ट हुई। इस बुक में लाइफ इन्शुरांस कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (LIC) सबसे बड़ा भागीदार रहा, जिसने शीर्ष मूल्य बैंड के 326 रुपये प्रति शेयर पर शेयर खरीदे।

शेयर की कीमत, लॉट साइज एवं आवेदन प्रक्रिया

शेयर की मूल्य बैंड 310 से 326 रुपये तय की गई थी, जिसका उच्चतम स्तर कंपनी को लगभग 1.38 लाख करोड़ रुपये के बाजार मूल्य पर स्थापित करता है। कुल 47.58 करोड़ शेयरों की पेशकश में 21 करोड़ नई इक्विटी शेयर और 26.58 करोड़ ऑफ़र फॉर सेल (OFS) शामिल हैं। रिटेल निवेशकों के लिए लॉट साइज 46 शेयर है, जिसकी न्यूनतम निवेश 14,996 रुपये होगी। छोटे गैर‑संस्थागत निवेशकों (sNII) को 14 लॉट (644 शेयर) यानी लगभग 2,09,944 रुपये की आवश्यकता होगी, जबकि बड़े NII (bNII) को 67 लॉट (3,082 शेयर) या 10,04,732 रुपये का निवेश करना पड़ेगा। आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन है; निवेशक अपने बैंक के माध्यम से ASBA या ब्रोकर के जरिए UPI के ज़रिए आवेदन कर सकते हैं।

विशेषज्ञों की राय एवं मूल्यांकन

प्रशांत टास्पे, सीनियर वाइस प्रेजिडेंट (रिसर्च) मेहता इक्विटीज में, ने कहा, "बाजार के माहौल को देखते हुए टाटा कैपिटल की प्राइसिंग उद्योग औसत से थोड़ा नीचे रखी गई है, जिससे लिस्टिंग पर स्वस्थ पॉप की सम्भावना बनती है।" अधिकांश विश्लेषकों का मानना है कि यह मूल्यांकन दीर्घकालिक निवेशकों के लिए पर्याप्त हेडरूम प्रदान करता है।

भविष्य की संभावनाएँ, सूचीकरण की तिथि एवं निवेशकों के लिए क्या अर्थ है?

भविष्य की संभावनाएँ, सूचीकरण की तिथि एवं निवेशकों के लिए क्या अर्थ है?

आधारभूत सब्सक्रिप्शन आंकड़े और संस्थागत भागीदारी को देखते हुए, टाटा कैपिटल की सूची 13 अक्टूबर 2025 को मुख्य भारतीय स्टॉक एक्सचेंजों पर होने की उम्मीद है। तय बिडिंग के बाद, शेयरों का आवंटन 9 अक्टूबर को किया जाएगा और 10 अक्टूबर तक निवेशकों के डेमैट अकाउंट में क्रेडिट हो जाएगा। इस आईपीओ का सफल होना न केवल टाटा समूह की वित्तीय सेवाओं में विस्तार को संकेत देता है, बल्कि भारतीय नॉन‑बैंकिंग फ़ाइनान्शियल कंपनी (NBFC) सेक्टर के लिए एक बेंचमार्क भी स्थापित करेगा।

मुख्य तथ्य

  • आईपीओ आकार: ₹15,512 करोड़ (47.58 करोड़ शेयर)
  • दूसरे दिन बिडिंग सब्सक्रिप्शन: 75%
  • कर्मचारी कोटा सब्सक्रिप्शन: 194%
  • एंकर बुक के प्रमुख निवेशक: LIC (₹4,642 करोड़)
  • सूचीकरण तिथि: 13 अक्टूबर 2025

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

टाटा कैपिटल आईपीओ का सामान्य निवेशकों पर क्या प्रभाव पड़ेगा?

सामान्य निवेशकों को रिटेल लॉट साइज (46 शेयर) के माध्यम से हिस्सा मिलने की संभावना है। 67% सब्सक्रिप्शन दर दर्शाती है कि डिमांड अपेक्षाकृत मध्यम थी, परन्तु लो‑की कीमत बैंड ने संभावित लाभ मार्जिन को आकर्षक बनाया है। सूचीकरण पर संभावित प्रीमियम से निवेशकों को अतिरिक्त रिटर्न मिल सकता है।

कर्मचारी कोटा का 194% ओवरसबसक्राइब होना क्या संकेत देता है?

कर्मचारी कोटा का अत्यधिक ओवरसबसक्रिप्शन कंपनी के भीतर आंतरिक विश्वास को दर्शाता है। यह संकेत देता है कि टाटा कैपिटल के स्टाफ को भविष्य की विकास संभावनाएँ और प्रबंधन की रणनीति में भरोसा है, जो संभावित रूप से बाजार में सकारात्मक भावना को भी सुदृढ़ करेगा।

एंकर बुक में LIC की भागीदारी का महत्व क्या है?

LIC ने एंकर बुक में सबसे बड़ा निवेश किया, जिससे टाटा कैपिटल को स्थिर संस्थागत समर्थन मिला। इस तरह के बड़े सार्वजनिक संस्थागत निवेशक आईपीओ के लिए विश्वसनीयता और आकर्षण बढ़ाते हैं, जिससे अन्य निवेशकों का भरोसा भी दृढ़ होता है।

प्रशांत टास्पे की राय के अनुसार कीमत निर्धारण क्यों महत्वपूर्ण है?

टास्पे ने कहा कि कीमत को औसत से थोड़ा नीचे सेट करके टाटा कैपिटल ने लिस्टिंग पर संभावित पॉप-अप के लिए जगह छोड़ी है। यह रणनीति प्रारम्भिक निवेशकों को आकर्षित करती है और बाजार में सकारात्मक मूल्यांकन की संभावना बनाती है।

टाटा कैपिटल की सूचीकरण तिथि कब तय हुई है और इसका क्या अर्थ है?

सूचीकरण 13 अक्टूबर 2025 को निर्धारित है। इस तिथि पर शेयर सार्वजनिक रूप से ट्रेडिंग शुरू करेंगे, जिससे कंपनी को अतिरिक्त पूँजी व बाजार में दृश्यता प्राप्त होगी। निवेशकों को इस दिन शुरुआती ट्रेडिंग में संभावित मूल्य अंतराल का लाभ मिल सकता है।

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