भारत की प्रमुख सोलर फोटovoltaिक मॉड्यूल निर्माता कंपनी Waaree Energies ने 28 अक्टूबर, 2024 को राष्ट्रीय स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर अपना शानदार डेब्यू किया। कंपनी के शेयर 2,500 रुपये पर सूचीबद्ध हुए, जो उसके इश्यू प्राइस 1,503 रुपये के मुकाबले 66.3% अधिक है। Waaree Energies के इस शानदार प्रदर्शन ने निवेशकों के बीच में काफी उथल-पुथल मचा दी। इससे पहले ग्रे मार्केट में इस तरह के जबरदस्त प्रीमियम की उम्मीद की जा रही थी।
Waaree Energies के IPO ने निवेशकों द्वारा अभूतपूर्व उत्साह का अनुभव किया। इसे कुल 76.34 गुना अधिक सब्सक्रिप्शन प्राप्त हुआ, जिसमें मुख्यतः योग्यता प्राप्त संस्थागत खरीदारों ने 208.63 गुना अपनी आरक्षित हिस्सेदारी को सब्सक्राइब किया। खुदरा निवेशकों ने 10.79 गुना और गैर-संस्थागत निवेशकों ने 62.48 गुना अपनी हिस्सेदारी सब्सक्राइब की। इस आईपीओ से प्राप्त धनराशि का मुख्य उद्देश्य ओडिशा में 6 GW क्षमता वाली विनिर्माण इकाई की स्थापना करना है।
Waaree Energies पहले से ही भारत में पांच विनिर्माण सुविधाओं का संचालन करती है, जिनकी कुल स्थापित क्षमता 12 GW है। कंपनी की योजनाओं में इन विनिर्माण इकाइयों से सोलर सेलों और फोटovoltaिक मॉड्यूल का उत्पादन शामिल है, जिससे न केवल भारत में सौर ऊर्जा समाधान को मजबूती मिलेगी, बल्कि देश की अक्षय ऊर्जा में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा मिलेगा।
हालांकि, आईपीओ की लिस्टिंग के बाद प्राप्त हुई प्रीमियम ग्रे मार्केट अनुमानों से थोड़ी कम रही, जहाँ पर शेयर लगभग 84% प्रीमियम पर व्यापार कर रहे थे। निवेशकों ने हालांकि इससे निराशा जताई, परंतु दीर्घकालिक लाभ की उम्मीद के चलते उन्होंने इसे सकारात्मक दृष्टिकोण से ही देखा।
कंपनी के इस नए निवेश के साथ भारतीय सौर उद्योग को नया दिशा मिलेगी। Waaree Energies की इस लिस्टिंग ने निवेशकों को उत्साहित किया है और भारतीय सौर उद्योग की बढ़ती संभावनाओं को दर्शाया है। निवेशकों का भरोसा और कंपनी की विश्वसनीयता इसे भविष्य में भी मजबूती प्रदान करेगी।
इस प्रकार, Waaree Energies ने अपनी सफलता की कहानी को नई ऊँचाइयों तक पहुंचाया है और भविष्य में भी अपनी उल्लेखनीय सेवाओं और उत्पादों के माध्यम से निवेशकों को आकर्षित करती रहेगी। भारतीय बाजार में इस तरह की उपलब्धियाँ भारतीय उद्योग को वैश्विक मंच पर सशक्त बनाती हैं।
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