जब Mangal Electrical Industries Limited ने 22 अगस्त 2025 को अपना प्रारम्भिक सार्वजनिक प्रस्ताव (IPO) बंद किया, तो बाजार में सब्सक्रिप्शन की दर 9.46 गुना तक पहुँच गई, जिससे निवेशकों की ऊर्जा बुनियादी ढाँचे में भरोसे की झलक मिली। यह पूँजी जुटाने का इवेंट Mangal Electrical Industries Limited IPOभारत तीन‑दिन तक चला, और SEBI के नियमन के तहत सभी श्रेणियों में भारी मांग देखी गई।
सबसे पहले, भारत की बढ़ती पावर इन्फ्रास्ट्रक्चर जरूरतें इस कंपनी को आकर्षक बनाती हैं। Power Grid Corporation of India Limited (PGCIL) जैसी सरकारी संस्थाओं के साथ मौजूदा अनुबंध, तथा NABL व ISO प्रमाणपत्रों की उपस्थिति, निवेशकों को भरोसा दिलाती है। दूसरी ओर, ट्रांसफॉर्मर और CRGO स्लिट कोइल जैसे प्रमुख घटकों का उत्पादन कंपनी के पोर्टफोलियो को विविध बनाता है, जिससे हाई‑नेट‑वर्थ (HNIs) और संस्थागत निवेशकों दोनों को फायदा महसूस होता है।
IPO का प्राइस बैंड ₹533‑₹561 प्रति शेयर तय था, और लॉट साइज 26 शेयर की रिपोर्ट अधिकांश स्रोतों में मिली (कुछ रिपोर्ट में 19 शेयर). सार्वजनिक इश्यू का आकार ₹400 करोड़ था, जो इस प्रकार विभिन्न श्रेणियों में विभाजित किया गया:
कुल 71,30,125 शेयर सार्वजनिक निवेशकों को उपलब्ध कराए गए।
QIBs ने अपने अलॉटेड हिस्से को 10.54 गुना सब्सक्राइब किया, जो संस्थागत विश्वास को दर्शाता है। रिटेल सेक्टर ने 4.84 गुना की दर दर्ज की, जबकि नॉन‑इंस्टीट्यूशनल वर्ग ने 18.79 गुना तक पहुँच कर सबसे अधिक उत्साह दिखाया। तीन‑दिन की अवधि में परिवर्तन इस प्रकार रहा:
दिन | QIB | रिटेल | नॉन‑इंस्टीट्यूशनल | कुल सब्सक्रिप्शन |
---|---|---|---|---|
20‑अगस्त (Day 1) | 0.12x | 0.7x | 0.72x | 0.54x |
21‑अगस्त (Day 2) | 0.13x | 2.08x | 4.2x | 1.98x |
22‑अगस्त (Day 3) | 10.54x | 4.84x | 18.79x | 9.46x |
IPO के दौरान ग्रे‑मार्केट प्रीमियम में उतार‑चढ़ाव देखा गया। 22 अगस्त को GMP ₹34 रहा, जो उच्चतम कीमत ₹561 पर लगभग 6.06% प्रीमियम दर्शाता था। तीन दिन बाद, 25 अगस्त को यह आंकड़ा घटकर ₹14 रह गया, जिससे अनुमानित लिस्टिंग कीमत ₹575 बनी, यानी लगभग 2.5% का संभावित लाभ। इस गिरावट का कारण संभावित अलॉटमेंट अधिसूचना और बड़े ऑर्डर की रद्दीकरण हो सकता है।
श्री राजेश पंडित, कंपनी के संस्थापक और सीईओ ने कहा, “हमारी तकनीकी क्षमताएँ और सरकारी व निजी दोनों ग्राहकों के साथ दीर्घकालिक अनुबंध हमें दीर्घकालिक वैल्यू प्रदान करेंगे।” एनालिस्ट शुभम वैष्णव, जो Motilal Oswal Securities में एग्जीक्यूटिव डिरेक्टर हैं, ने अनुमान लगाया कि अगले दो साल में ट्रांसफॉर्मर सेगमेंट में CAGR 12‑15% तक पहुँच सकता है, जिससे IPO निवेशकों को उचित रिटर्न मिलने की संभावना है।
अलॉटमेंट प्रक्रिया 25 अगस्त 2025 को फाइनल हुई, और रिफंड एवं शेयर क्रेडिट 26 अगस्त को शुरू होने की उम्मीद है। लिस्टिंग की आधिकारिक तिथि 28 अगस्त 2025 तय की गई है, जो दोनों BSE और NSE पर होगी (Bombay Stock Exchange और National Stock Exchange)। UPI मँडेट 6 सितंबर 2025 को समाप्त होगा, और एंकर निवेशकों के 50% शेयर 24 सितंबर 2025 तक लॉक रहेंगे, बाकी 23 नवंबर 2025 तक।
रिटेल व्यक्तिगत निवेशकों ने कुल 24,95,544 शेयरों के लिये 4.84 गुना सब्सक्राइब किया, जो अपेक्षा से अधिक मांग को दर्शाता है।
QIBs ने अपने अलॉटेड 14,26,025 शेयरों को 10.54 गुना सब्सक्राइब किया, जिससे संस्थागत भरोसा स्पष्ट हुआ।
आरम्भ में ₹34 के प्रीमियम से घटकर ₹14 तक तक, निवेशकों के प्रारम्भिक उत्साह में कमी और अलॉटमेंट की स्पष्टता के बाद मार्केट की स्थिरता दर्शाती है।
Mangal Electrical Industries Limited के शेयर 28 अगस्त 2025 को दोनों BSE और NSE पर ट्रेडिंग शुरू करेंगे।
एनालिस्ट मानते हैं कि भारत में पावर ट्रांसमिशन की मांग अगले दो वर्षों में 12‑15% CAGR से बढ़ेगी, जिससे Mangal Electrical जैसे ट्रांसफॉर्मर निर्माताओं को राजस्व वृद्धि के नए अवसर मिलेंगे।
एक टिप्पणी लिखें