मध्य प्रदेश के उज्जैन की गर्वीले बेटी, निकिता पोर्वाल ने फेमिना मिस इंडिया वर्ल्ड 2024 का शानदार खिताब जीतकर लोगों का दिल जीत लिया। यह प्रतिष्ठित खिताब पाने का उनका यह सफर अपने आप में प्रेरणादायक है। निकिता ने न सिर्फ भारत को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने की ठानी है, बल्कि इस मुकाम तक पहुँचने के लिए उन्होंने अनेक कठिनाईयों का सामना भी किया। उनकी मेहनत और द्रणसंकल्प का ही परिणाम है कि उन्होंने यह सम्मान प्राप्त किया।
यह आयोजन नई दिल्ली में 16 अक्टूबर को आयोजित किया गया था। इस प्रतियोगिता में 30 राज्य स्तरीय विजेता शामिल हुए थे, जिन्होंने फैशन, टैलेंट और व्यक्तित्व-केंद्रित सवालों के परीक्षण में भाग लिया। निकिता के साथ, दादरा और नागर हवेली की रेखा पांडे और गुजरात की आयुषी ढोलकिया ने क्रमशः पहली और दूसरी रनर-अप का स्थान प्राप्त किया।
फेमिना मिस इंडिया प्रतियोगिता का यह 60वां संस्करण था जिसने 6 दशकों से भारतीय महिलाओं के जीवन को बदलने का काम किया है। यह मंच न केवल मनोरंजन और फैशन के क्षेत्र में बल्कि एक सफल करियर के लिए भी आधार प्रदान करता है। फेमिना मिस इंडिया का खिताब जीतकर निकिता इस विरासत का हिस्सा बनीं जिसने पहले से अनेक ग्लैमरस और सफल करियर का शुभारंभ किया है।
निकिता पोर्वाल की यह कहानी उनकी शिक्षा और व्यावसायिक जीवन की ओर भी इशारा करती है। उन्होंने अपनी स्कूली पढ़ाई करमेल कॉन्वेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल से की है और वर्तमान में वे बड़ोदा के महाराजा सयाजीराव विश्वविद्यालय से उच्च शिक्षा प्राप्त कर रही हैं। निकिता का जीवन मंत्र "Be a life that matters, a loss that's felt" उनके सकारात्मक व्यक्तित्व को दर्शाता है।
पेशेवर रूप से, निकिता एक अभिनेत्री हैं जिन्होंने 18 वर्ष की आयु में टीवी एंकर के रूप में करियर की शुरुआत की। वे थिएटर की शौकीन हैं और 60 से अधिक नाटकों में प्रदर्शन कर चुकी हैं। उनके खुद के लिखे 250-पृष्ठीय नाटक 'कृष्ण लीला' की भी प्रशंसा की जाती है। इसके अलावा, निकिता ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शित होने वाली एक फीचर फिल्म में भी काम किया है जो जल्द ही भारत में रिलीज होने की उम्मीद है।
अभिनय और पढ़ाई के अलावा, निकिता का एक और पहलू है जो उन्हें विशेष बनाता है। वह ऐश्वर्या राय बच्चन को अपनी प्रेरणा मानती हैं और पूर्व सौंदर्य रानी की सुंदरता, बुद्धिमत्ता, आकर्षक व्यक्तित्व और प्रभावशाली उपस्थिति की प्रशंसा करती हैं। निकिता की प्रेरणा उनके लिए एक मार्गदर्शक की तरह काम करती है और खुद को एक सफल महिला के रूप में प्रस्तुत करने का साहस देती है।
इस महारथी समारोह के निर्णायक मंडल में कई प्रतिष्ठित हस्तियां शामिल थीं जिनमें फेमिना मिस इंडिया 1980 की विजेता संगीता बिजलानी, डिजाइनर निकिता महाइसलकर, फिल्म निर्देशक अनीस बज्मी, अभिनेत्री नेहा धूपिया, कोरियोग्राफर बॉस्को मार्टिस और फिल्म निर्माता मधुर भंडारकर शामिल थे। निकिता ने इन विशेषज्ञ निर्णायकों के सामने अपने प्रदर्शन और प्रतिभा का परिचय दिया, जिसने उन्हें सर्वश्रेष्ठ साबित किया।
फेमिना मिस इंडिया वर्ल्ड 2023 की विजेता नंदिनी गुप्ता द्वारा निकिता को ताज पहना गया। यह सम्मान न केवल उनकी कठिन परिश्रम का परिचायक है बल्कि यह दर्शाता है कि वे आने वाले समय में भारत को गौरव दिलाने का सफल प्रयास करेंगी। जूरी के संज्ञान में उनकी अनोखी प्रतिभा और व्यक्तित्व ने उन्हें इस प्रतिष्ठित खिताब का विजेता बनाया।
यह सफर निकिता के लिए न केवल एक नई शुरुआत है, बल्कि यह हमारे देश के युवाओं के लिए एक प्रेरणा भी बन चुका है। निकिता ने उम्मीद जताई कि वे मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता में भी अपनी पहचान बनाएंगी और भारत को गौरव दिलाएंगी। उनकी इस यात्रा की शुरुआत भले ही एक छोटे शहर उज्जैन से हुई हो, लेकिन आज वे एक ऐसी नारी बनने जा रही हैं जो असीम संभावनाओं और क्षमताओं की मिसाल हैं।
निकिता की इस सफलता की कहानी हर युवा के लिए एक संदेश देती है कि अगर आपके पास सपना देखने की हिम्मत है और उसे पूरा करने की लगन है, तो दुनिया की कोई भी बाधा आपको रोक नहीं सकती। इस अवसर का उपयोग करके अपने सपनों को साकार करने वाली निकिता ने एक बार फिर यह बात साबित कर दी है कि जब आपकी इच्छाशक्ति प्रबल हो, तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं रह जाता।
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