जब बात बजट 2025, भारत सरकार की वार्षिक वित्तीय योजना, जिसमें राजस्व, खर्च और आर्थिक लक्ष्यों की रूपरेखा तय होती है, राष्ट्रीय बजट की आती है, तो सबसे पहले यह समझना ज़रूरी है कि यह योजना कौन‑से तत्वों को जोड़ती है। बजट का उद्देश्य आर्थिक स्थिरता, विकास लक्ष्य और सामाजिक कल्याण को एक साथ लाना है। इस संदर्भ में, नीचे आपको बजेट 2025 से जुड़ी प्रमुख खबरें और विश्लेषण मिलेंगे।
पहला महत्वपूर्ण घटक सरकारी खर्च, वित्तीय वर्ष में केंद्र और राज्य द्वारा उपयोग किया जाने वाला कुल पैसा है। सरकारी खर्च बजट 2025 में निर्धारित प्रतिफल के साथ जुड़ा होता है और इसमें स्वास्थ्य, शिक्षा, बुनियादी ढाँचा और सुरक्षा जैसे क्षेत्रों को आवंटन शामिल है। यह खर्च सार्वजनिक सेवाओं की गुणवत्ता को सीधे प्रभावित करता है, इसलिए बजट तैयार करते समय इस पर गहन चर्चा होती है।
दूसरा महत्वपूर्ण पहलू कर नीति, राजस्व जुटाने के लिए सरकार द्वारा निर्धारित करों की दर और संरचना है। कर नीति बजट 2025 के राजस्व लक्ष्य को प्राप्त करने में मुख्य भूमिका निभाती है। नई कर स्लैब, व्यावसायिक करों में सुधार और कर छूट के प्रावधान सीधे बजट की वित्तीय संभावना को बढ़ाते हैं, जिससे अन्य विकासात्मक खर्चों को बढ़ावा मिल सकता है।
तीसरा प्रमुख सत्तंत्र कल्याणकारी योजनाएँ, सामाजिक सुरक्षा और जनहित में लागू करने वाली सरकारी पहलों का समूह हैं। बजट 2025 में इन योजनाओं को विशेष कोटे दिया गया है, जिससे गरीबी उन्मूलन, स्वास्थ्य बीमा, और शिक्षा सुभीता जैसी जरूरतों को पूरा किया जा सके। कल्याणकारी योजनाओं की सफलता सरकारी खर्च और कर नीति के संतुलन पर निर्भर करती है।
इन तीन मुख्य इकाइयों के अलावा, बजट 2025 में राजकोषीय घाटा, विकास लक्ष्य और निवेश प्रोत्साहन जैसे पहलु भी शामिल हैं। राजकोषीय घाटा दर्शाता है कि खर्च राजस्व से अधिक है या नहीं, जो ब्याज दरों और महंगाई को प्रभावित कर सकता है। विकास लक्ष्य में GDP वृद्धि, रोजगार सृजन और डिजिटल इंडिया का विस्तार शामिल है, जबकि निवेश प्रोत्साहन सेक्टर‑विशेष सबसिडी और आसान क्रेडिट के रूप में दिखता है। इन सभी तत्वों के बीच का संबंध बजट 2025 को एक समग्र आर्थिक ढाँचा बनाता है।
अब आप इस संग्रह में बजट 2025 से जुड़ी ताज़ा अपडेट, विश्लेषण और विशेषज्ञ राय पाएँगे। चाहे आप व्यावसायिक निर्णय लेना चाहते हों या सामान्य रूप से आर्थिक प्रासंगिक जानकारी चाहिए, यहाँ की सामग्री आपके सवालों का समाधान करेगी। नीचे लिखी गई लेखों की सूची आपके लिए एक व्यापक जानकारी का स्रोत बनेगा।
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज, दोनों ही 2025 के बजट के दिन खुले रहे, जोकि 1 फरवरी को पड़ा था। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने यह बजट प्रस्तुत किया। आर्थिक सर्वेक्षण में बुनियादी ढांचा क्षेत्र में निवेश की आवश्यकता बताई गई। इस दिन का उद्देश्य उच्च विकास दर बनाए रखना था। बजट की प्रत्याशा में सेंसेक्स और निफ्टी में तेजी भी देखी गई।