जब मंदी, एक अवधि जिसमें जीडीपी की गति धीमी हो जाती है और ग्राहकों की खर्च करने की इच्छा घटती है की बात आती है, तो अक्सर हमें जुड़ी हुई कई चीज़ें सोचनी पड़ती हैं। मंदी सिर्फ आँकड़े नहीं, बल्कि रोज़मर्रा की ज़िन्दगी में बदलाव लाती है – नौकरी में कमी, निवेश का रुकना, और कीमतों में उछाल। इस पेज पर हम समझेंगे कि मौजूदा समाचार कैसे इस बड़ी तस्वीर को भरते हैं।
पहला बड़ा कारण है ब्याज दर, केंद्रीय बैंक द्वारा निर्धारित वह दर जो ऋण की कीमत तय करती है। जब ब्याज दर बढ़ती है, तो कंपनियों के लिए फंडिंग महँगी हो जाती है, जिससे उत्पादन घटता है। यही कारण है कि मंदी के दौर में कई स्टार्ट‑अप और छोटे व्यवसाय फसल तोड़ देते हैं। दूसरा प्रभावशाली तत्व है गोल्ड की कीमत, विश्वसनीय निवेश माना जाता है, जो आर्थिक अनिश्चितता में अक्सर बढ़ती है। जब शेयर बाजार में गिरावट आती है, तो निवेशक सोने को अपना सेफ़‑हैवेन बनाते हैं, जिससे कीमतें तेज़ी से ऊपर जाती हैं। तीसरी कड़ी शेयर बाजार, सभी सार्वजनिक कंपनियों के स्टॉक्स का सामूहिक मूल्यांकन है, जहाँ मंदी के संकेत मिलते ही ट्रेडिंग वॉल्यूम घटता है और इंडेक्स नीचे गिरते हैं। इन तीनों के बीच का संबंध स्पष्ट है: ब्याज दर में वृद्धि शेयर बाजार को दबाव में लाती है, जबकि निवेशकों का भरोसा गोल्ड की ओर स्थानांतरित हो जाता है।
अब बात करते हैं बेरोज़गारी, काम से बाहर रहने वाले लोगों की संख्या, जो आम तौर पर आर्थिक मंदी में बढ़ती है की। जब कंपनियां खर्च कम करती हैं, तो वे कर्मचारियों को घटाते हैं, जिससे बेरोज़गारी दर में उछाल आता है। इससे उपभोक्ता खर्च और घटता है, जिससे एक चक्रवृद्धि प्रभाव पैदा होता है। इस चक्र में, सरकारी नीतियों का रोल अहम हो जाता है – बेरोज़गारी भत्ते, पुन:प्रशिक्षण कार्यक्रम, और सूक्ष्म वित्तीय सहायता से ही कुछ हद तक इस अभाव को पूरा किया जा सकता है।
इन सभी तत्वों को समझते हुए, हमारे पास आज के कई समाचार हैं जो इस पर प्रकाश डालते हैं। उदाहरण के तौर पर, टाटा मोटर्स के डिमर्जर से शेयर 40% गिरना, सोने की कीमत में 6,000 रुपये की संभावित छलांग, और IBPS PO प्रीलीम्स परिणामों का जारी होना – सब चीजें मंदी के विभिन्न पहलुओं को दर्शाती हैं। जब एक बड़ी कंपनी का शेयर गिरता है, तो निवेशकों का भरोसा कमज़ोर हो जाता है और वह सुरक्षित संपत्तियों जैसे सोने की ओर मुड़ते हैं। इसी तरह, रोजगार परीक्षाओं की घोषणा से लोगों को नई नौकरी के अवसर मिलते हैं, जो बेरोज़गारी को कम करने की कोशिश का हिस्सा है।
समग्र रूप से, मंदी एक जटिल नेटवर्क है जहाँ दो या दो से अधिक इकाइयाँ एक-दूसरे को प्रभावित करती हैं। इस पेज पर आप देखेंगे कि कैसे अलग‑अलग समाचार श्रृंखला इन कड़ीयों को जोड़ते हैं, और कौन‑से संकेतक हमें आगे की दिशा बताते हैं। अगले सेक्शन में आप विभिन्न क्षेत्रों – रोजगार, स्टॉक मार्केट, सोने की कीमत, और सरकारी नीतियों – से जुड़ी ताज़ा ख़बरें पढ़ेंगे, ताकि आप अपने वित्तीय फैसलों को सही दिशा में ले जा सकें।
एशिया और अमेरिका के वित्तीय बाजारों में नेवेडिया के शेयरों में लगभग 10% की गिरावट के कारण भारी गिरावट आई है। नेवेडिया के शेयर मंगलवार को न्यूयॉर्क में 9.5% टूटने से इसकी मार्केट वैल्यू में $279 अरब (212.9 अरब पाउंड) की कमी आई है। इस गिरावट ने एआई बूम के प्रति खासा निराशा फैलाया है। अन्य प्रमुख अमेरिकी टेक कंपनियों के शेयर भी इस गिरावट से प्रभावित हुए हैं।