जब हम मोदी सरकार, 2014 से भारत में सत्ता में रही, विकास, डिजिटल परिवर्तन और सामाजिक सुधारों पर केंद्रित संघीय कार्यवाही को दर्शाती है. Also known as नरेंद्र मोदी की सरकार, it strives to boost economic growth, create jobs, और विदेश में भारत की तस्वीर बदलना। मोदी सरकार ने कई बार राष्ट्रीय स्तर पर नई दिशा तय की है, जो आज के भारत को समझने में मदद करती है।
एक प्रमुख आर्थिक नीतियां, GST, Make in India, स्टार्ट‑अप इंडिया जैसी पहलें, और वित्तीय समावेशन पर आधारित रणनीतियाँ ने निवेशकों का ध्यान खींचा है। इन नीतियों से निर्माताओं को आयातित कस्टम ड्यूटी में छूट मिली, जिससे उत्पादन लागत नीचे आई और निर्यात बढ़ा। इससे जुड़े रोजगार आंकड़े भी ऊपर जाते देखे, जैसे कि 2025 में आए RRB NTPC भर्ती या UPSSSC वन रक्षक परीक्षा, जो इस आर्थिक माहौल का सीधा परिणाम हैं।
रोजगार योजना के तहत कई स्कीमें लांच हुई हैं, जिसमें रोजगार योजना, प्रधानमंत्री प्रतिभा योजना, स्किल इंडिया, और विभिन्न सार्वजनिक क्षेत्र के भर्ती ड्राइव शामिल हैं। इन पहलुओं से हजारों युवा आजिमियां और सरकारी नौकरियों की ओर आकर्षित हो रहे हैं। उदाहरण के तौर पर, RRB NTPC की 8,850 रेल नौकरियों की भर्ती या बिहार पुलिस कांस्टेबल की एडमिट कार्ड जारी होना, ये सब इस योजना के प्रभाव को दिखाते हैं।
इसके अलावा, सामाजिक सुरक्षा और स्वास्थ्य पहल भी इस सरकार की प्राथमिकता रही है। डिजिटल हेल्थ कार्ड, आयुष्मान भारत, और महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना जैसी स्कीमें जनजीवन में सुधार लाने के लिए तैयार की गईं। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच आसान हुई और महिलाओं व बच्चों की स्वास्थ्य स्थिति में सुधार आया।
विदेश नीति में विदेश नीति, परस्पर आर्थिक सहयोग, सुरक्षा साझेदारी, और बहुपक्षीय मंचों पर सक्रिय भागीदारी को प्रमुख माना गया है। इससे भारत की अंतरराष्ट्रीय पोज़िशन सुदृढ़ हुई, विशेषकर पड़ोसी देशों के साथ सीमाशुल्क समझौतों और रक्षात्मक सहयोग में। यह नीति विदेशों में निवेश को आकर्षित करती है और घरेलू उद्योगों को वैश्विक बाजार में प्रतिस्पर्धी बनाती है।
राजनीतिक परिप्रेक्ष्य में, मोदी सरकार की रणनीति ने कई चुनावी जीत दिलवाई है, जैसे दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में बीजेपी की जबरदस्त जीत। यह जीत न केवल पार्टी की लोकप्रियता को दर्शाती है, बल्कि नीतियों का जनता पर असर भी स्पष्ट करती है। इन राजनीतिक बदलावों को समझना इस टैग पेज के लेखों को बेहतर ढंग से पढ़ने में मदद करेगा।
नीचे आप विभिन्न लेखों की एक श्रृंखला पाएँगे – नई नौकरी के अवसर, वित्तीय बाजार की हलचल, खेल के प्रमुख क्षण, और सरकार के विभिन्न कदमों का विस्तृत विश्लेषण। इन पोस्टों में आपको रीयल‑टाइम अपडेट, विशद विश्लेषण और उपयोगी टिप्स मिलेंगे जो आपके ज्ञान को अपडेट रखेंगे और निर्णय‑लेने में मदद करेंगे। आइए, इस संकलन के जरिए मोदी सरकार की भूमिका को और गहराई से देखें।
एफबीआई के नए निदेशक काश पटेल ने पश्चिमी मीडिया को अयोध्या के राम मंदिर उद्घाटन को हिन्दू राष्ट्रवाद के रूप में प्रस्तुत करने पर कड़ी आलोचना की। उन्होंने इसे प्रधान मंत्री मोदी के खिलाफ दुष्प्रचार अभियान करार दिया। पटेल ने मोदी सरकार और राम मंदिर प्रोजेक्ट का समर्थन किया। ट्रम्प ने उनकी नियुक्ति को सराहा।