जब हम Weekly Expiry, सप्ताह के अंत में फ्यूचर्स और ऑप्शन अनुबंधों का समापन. इसे अक्सर साप्ताहिक समाप्ति कहा जाता है, तो यह बाजार की दिशा तय करने वाला एक महत्वपूर्ण बिंदु बन जाता है। साथ ही फ्यूचर्स, भविष्य में तय कीमत पर खरीद‑बेच का अनुबंध और ऑप्शन, खरीद या बेचने का अधिकार, लेकिन बाध्यता नहीं इस प्रक्रिया के मुख्य उपकरण हैं। इनकी कीमतों में हलचल शेयर बाजार, सोना, तथा बड़े IPO जैसे टाटा मोटर्स डिमर्जर या टाटा कैपिटल की सब्सक्रिप्शन को सीधे प्रभावित करती है।
पहला महत्वपूर्ण संबंध है फ़्यूचर्स‑ऑप्शन‑शेयर बाजार का। जब फ्यूचर्स की कीमतें ऊपर जाती हैं, तो अक्सर इंडेक्स में तेज़ी दिखती है; वहीँ नीचे जाने पर बाजार में बेच‑फिरक की भावना बढ़ती है। इस गतिशीलता को समझना निवेशकों को जोखिम घटाने और संभावित लाभ बढ़ाने में मदद करता है। उदाहरण के तौर पर, टाटा मोटर्स डिमर्जर से शेयर 40 % गिरते हैं, पर फ्यूचर्स में पोज़ीशन रखने वाले ट्रेडर जल्दी ही उलट‑फेरे के फायदे उठा लेते हैं। इसी तरह, सोने की कीमतें जब ₹133,749 प्रति 10 ग्राम तक पहुँचती हैं, तो फ्यूचर्स में लॉन्ग पोज़ीशन बनाना लाभदायक हो सकता है।
दूसरा संबंध है सोना, एक सुरक्षित निवेश विकल्प, जिसकी कीमत आर्थिक अस्थिरता में बढ़ती है और बाजार की अस्थिरता। जब अमेरिकी‑चीन तनाव या ट्रम्प की टैरिफ नीति जैसी बड़ी खबरें आती हैं, तो सोना फ्यूचर्स में निवेशकों को हेज देने का काम करता है। इसी दौरान Weekly Expiry का असर सोने के फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट्स की क्लोज़िंग पर स्पष्ट रूप से दिखता है।
तीसरा महत्वपूर्ण बिंदु है IPO, नया शेयर जारी करके फंड जुटाने की प्रक्रिया। टाटा कैपिटल, Mangal Electrical Industries, या टाटा मोटर्स के विभाजन जैसे IPO के बिडिंग आँकड़े Weekly Expiry के बाद अक्सर विश्लेषित होते हैं क्योंकि निवेशक अपनी पूंजी को नई प्रतिभाओं में रीडायरेक्ट कर देते हैं। बिडिंग ओवरसबसक्राइब स्तर, जैसे 75 % या 9.46 गुना, बाजार की तरलता को तय करने में अहम होते हैं।
इन सबको ध्यान में रखते हुए, Weekly Expiry सिर्फ एक तिथि नहीं, बल्कि कई वित्तीय उपकरणों और मार्केट संकेतकों के बीच जटिल परस्पर क्रिया है। आप नीचे दिए गए लेखों में टाटा मोटर्स डिमर्जर, सोने की कीमत, IPO अपडेट, और मौसम चेतावनियों जैसे विविध विषयों को देखेंगे – सभी Weekly Expiry के प्रभाव को समझाने के लिए चुने गये हैं। अब आगे पढ़िए और पता लगाइए कि इस सप्ताह आपके पोर्टफोलियो को कैसे बेहतर बनाया जा सकता है।
15 जुलाई को साप्ताहिक समाप्ति के साथ भारतीय स्टॉक मार्केट ने तेज़ी दिखाई। Sensex लगभग 350 अंक बढ़ा, Nifty 25,200 के ऊपर बंद हुआ, जबकि India VIX में 4% से अधिक गिरावट आई। मध्य एवं छोटे‑कैप शेयरों ने भी 0.5‑1% की बढ़ोतरी की। डेरिवेटिव्स में HCL, SBI और Infosys का ट्रेडिंग रुचि का केंद्र रहा। यह गति नई नियामक बदलावों के सामने बाजार की सकारात्मक झलक दिखाती है।