13 अक्टूबर 2025 को, ICC महिला वर्ल्ड कप 2025-26विसाखापट्टनम, आंध्र प्रदेश, भारत के 14वें मुकाबले में, बांग्लादेश महिला राष्ट्रीय क्रिकेट टीम ने टॉस जीत कर बल्लेबाज़ी का फैसला किया, लेकिन अंत में दक्षिण अफ्रीका महिला राष्ट्रीय क्रिकेट टीम ने 235 रन का लक्ष्य 49.3 ओवर में हासिल कर 3 विकेट से जीत दर्ज की।
बांग्लादेश ने 50 ओवर में 234 रन बनाकर प्रतिद्वंद्वी का लक्ष्य तय किया। रन‑स्ट्राइक के दौरान प्रमुख गिरावटें इस प्रकार थीं:
बाकी जबड़े बांग्लादेशियों के अंक‑गिनती में नहीं दिखे, लेकिन यह स्पष्ट था कि लक्ष्य पर बहुत छोटा अंतर रह गया था। दक्षिण अफ्रीका ने लक्ष्य को 7 विकेट पर 49.3 ओवर में पटाया।
मैच के बाद च्लोई ट्रॉयोन को "प्लेयर ऑफ द मैच" का सम्मान मिला। रिपोर्टों में उनका पूरा आँकड़ा नहीं दिया गया, परंतु उनके बलिदान और तेज़ी ने दक्षिण अफ्रीका को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई। कई विश्लेषकों का मानना है कि उनके अतिरिक्त गेंदबाज़ी और फील्डिंग ने तनाव‑पूर्ण क्षणों को आसान बना दिया।
बांग्लादेश महिला टीम को बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (BCB) का समर्थन है, जिसका मुख्यालय मीरपुर, धाका में स्थित है। इसी बोर्ड ने 1977 में ICC में पूर्ण सदस्यता प्राप्त की। दूसरी ओर, क्रिकेट साउथ अफ्रीका (CSA) ने 1991 में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में पुनः प्रवेश किया और उसी से उनका विकास जारी रहा। दोनों संगठनों की मेहनत ने भारतीय उपमहाद्वीप में महिला क्रिकेट को नई ऊँचाइयों पर पहुंचाया है।
जैसे ही इस जीत का आँकलन किया गया, दक्षिण अफ्रीका की पॉइंट टेबल में स्थिति सुधर गई। यह मैच समूह चरण को और रोमांचक बना रहा; अब बांग्लादेश को अपने अगले मैच में पुनरुज्जीवित होना पड़ेगा। विश्लेषकों ने कहा कि इस हार के बाद बांग्लादेश की बॉलिंग लाइन‑अप को नए रणनीति अपनानी होगी, विशेषकर मध्य‑ओवर में विरोधी के रन‑संकलन को रोकने के लिए।
अगले हफ्ते में बांग्लादेश को इंग्लैंड महिला टीम का सामना करना है, जबकि दक्षिण अफ्रीका को फ़्रांस महिला टीम के खिलाफ जीत बनाए रखने की कोशिश करनी होगी। दोनो टीमों को अब रन‑रक्षा और विकेट‑रक्षा की नई योजना बनानी पड़ेगी।
इस हार के बाद बांग्लादेश समूह में दो अंक पीछे रह गया है, जिससे उनके क्वालिफ़ाई करने के chances कम हो गए हैं। अब उन्हें अगले मैच में जीत के साथ पॉइंट बैलेंस बनाना होगा।
हालांकि विस्तृत आँकड़े नहीं मिले, लेकिन रिपोर्टों में बताया गया कि ट्रॉयोन ने किनारी गेंदबाज़ी और तेज़ फील्डिंग से कई महत्वपूर्ण विकेट लिये। उनका योगदान दक्षिण अफ्रीका को लक्ष्य तक पहुंचाने में निर्णायक रहा।
पिच ने शुरुआती ओवरों में थोड़ा मददगार तेज़ गेंदबाज़ी दी, लेकिन मध्य‑ओवर में इसे फ्लैट बताया गया, जिससे बल्लेबाज़ी का आनंद बढ़ा। अंत में पिच ने बैट्समैन को लक्ष्य तक पहुंचाने की सुविधा दी।
यदि टीम की मध्य‑ओवर बॉलिंग सुधारती है और शीर्ष क्रम में तेज़ रन‑संकलन करती है, तो अगले मैच में वे पुनः मुकाबला जीत सकते हैं। कोचिंग स्टाफ ने इस दिशा में सिमुलेशन ट्रेनिंग का ऐलान किया है।
जीत ने टीम की नींव को मजबूत किया, विशेषकर उनके बॉलिंग यूनिट को आत्मविश्वास मिला। अब वे टॉप‑ऑर्डर में तेज़ स्कोर बनाने की कोशिश करेंगे, जिससे क्वार्टरफ़ाइनल में प्रवेश आसान हो सकता है।
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