अर्थसर्वेक्षण 2025 वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा प्रस्तुत किया गया, जिसमें भारत की घरेलू वृद्धि और स्थिरता को वैश्विक आर्थिक और राजनीतिक अनिश्चितताओं के मध्य विमुद्रीकरण को एक महत्वपूर्ण चालक के रूप में उजागर किया गया है। यह सर्वेक्षण भारत की आर्थिक स्थिति और भविष्य के संभावना पर प्रकाश डालता है।