राजनीति – ताज़ा समाचार और गहन विश्लेषण

जब हम राजनीति, देश की सत्ता, नीति और सार्वजनिक मामलों से जुड़ी सभी घटनाएँसियासत की बात करते हैं, तो यह सिर्फ चुनाव या पार्टी तक सीमित नहीं रहती। यह एक विस्तृत सिस्टम है जहाँ चुनाव (Election) का परिणाम नीति दिशा तय करता है, पार्टी (Party) लोगों की आवाज़ बनती है, और नायाब नेता (Key Leaders) दिशा‑निर्देश देते हैं। सरल शब्दों में, राजनीति देश की दिशा तय करने का मंच है।

मुख्य घटनाएँ और जुड़े घटक

हाल के महीनों में दिल्ली विधानसभा चुनाव, 2025 में हुए बड़े परिदृश्य परिवर्तन ने भारत की राष्ट्रीय राजनीति पर गहरा असर दिखाया। भाजपा ने 70 में से 48 सीटें जीत कर सत्ता में आई, जबकि अर्जुन केजरीवाल और कई एएपी नेता पहली बार सीट खो गए। इस जीत ने भाजपा, वर्तमान में भारत की प्रमुख राष्ट्रीय पार्टी की रणनीतिक शक्ति को बढ़ाया, और दर्शाया कि पार्टी के प्रदर्शन का सीधा असर राजनीति के समीकरण पर पड़ता है। दूसरी ओर, आम आदमी पार्टी (AAP) ने कुछ क्षेत्रों में आशा की किरणें दिखायीं, जैसे कलकाजी सीट में आतिशी, AAP के उम्मीदवार जिन्होंने भाजपा को हराया की जीत। यह दर्शाता है कि स्थानीय कलाकार भी राजनीति के बड़े खेल में अहम भूमिका निभाते हैं। उत्तरी भारतीय राज्य ओडिशा में समीर डे, पूर्व उच्च शिक्षा मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता के निधन ने एक युग के अंत को चिन्हित किया। उनका योगदान और रणनीतिक सोच राज्य स्तर पर पार्टी के विस्तार में महत्वपूर्ण रहे। इन सभी घटनाओं से स्पष्ट होता है कि राजनीति में चुनाव पार्टी को आकार देते हैं, जबकि क्षेत्रीय नेता राष्ट्रीय दिशा को प्रभावित करते हैं।

इन खबरों को पढ़कर आप देखेंगे कि दिल्ली, ओडिशा और अन्य राज्य की गतिशीलता कैसे एक दूसरे से जुड़ी हुई है। नीचे सूचीबद्ध लेख आपको वोटिंग पैटर्न, पार्टी रणनीति, नेता प्रोफ़ाइल और नीति‑निर्धारण के पीछे की तर्कशक्ति का विस्तृत दृश्य देंगे। चाहे आप चुनाव परिणामों में रूचि रखते हों या पार्टी के अंदरूनी मोर्चे की खबरों में, इस संग्रह में सब कुछ मिलेगा। तो चलिए, नीचे के लेखों में गहराई से देखें और राजनीति की बदलती धारा को समझें।

दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025: बीजेपी की जबरदस्त जीत, केजरीवाल‑सिसोदिया सहित एएपी के कई नेताओं की बड़ी हार

दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025: बीजेपी की जबरदस्त जीत, केजरीवाल‑सिसोदिया सहित एएपी के कई नेताओं की बड़ी हार

2025 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 70 में से 48 सीटें जीत कर एएपी पर भारी जीत दर्ज की। राष्ट्रीय convener अर्जुन केजरीवाल ने न्यू डेली सीट हारते हुए पहली बार अपना सांसद पद खो दिया। उनके साथ-साथ मनिष सिसोदिया, सद्येंद्र कुमार जैन, सॉमनाथ भारती आदि कई सीनियर एएपी नेताओं को भी मतों ने ठुकरा दिया। कांग्रेस ने भी कोई सीट नहीं जिता, 67 उम्मीदवारों की जमा रक़म वापस ली गई। परिणाम 8 फरवरी को घोषित हुए, जिससे दिल्ली की राजनीति में नई दिशा तय हुई।

दिल्ली में आतिशी ने कलकाजी सीट से जीत दर्ज की, AAP के लिए राहत की खबर

दिल्ली में आतिशी ने कलकाजी सीट से जीत दर्ज की, AAP के लिए राहत की खबर

आतिशी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में कलकाजी सीट सुरक्षित रखते हुए भाजपा के रमेश बिधूड़ी को हराया। उन्होंने 47.18% वोट प्राप्त किए, इनकी जीत आम आदमी पार्टी के लिए महत्वपूर्ण साबित हुई है। अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया जैसे AAP के दिग्गज नेता अपनी सीट हार गए। AAP ने 23 सीटों पर जीत दर्ज की जबकि बीजेपी ने 47 सीटें जीतीं।

ओडिशा के पूर्व मंत्री और वरिष्ठ बीजेपी नेता समीर डे का निधन: एक युग का अंत

ओडिशा के पूर्व मंत्री और वरिष्ठ बीजेपी नेता समीर डे का निधन: एक युग का अंत

ओडिशा के पूर्व उच्च शिक्षा मंत्री समीर डे का 67 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। समीर डे उच्च रक्तचाप, मधुमेह, और किडनी ट्रांसप्लांट के बाद निमोनिया और लिवर संक्रमण से पीड़ित थे। उन्होंने ओडिशा विधानसभा में तीन बार लगातार चुनाव जीते थे, और उनकी रणनीतिक सूझबूझ ने बीजेपी को राज्य में मजबूत बना दिया।

नव्य हरिदास: वायनाड उपचुनाव में प्रियंका गांधी को चुनौती देने वाली सॉफ्टवेयर इंजीनियर

नव्य हरिदास: वायनाड उपचुनाव में प्रियंका गांधी को चुनौती देने वाली सॉफ्टवेयर इंजीनियर

नव्य हरिदास, ब्याज सॉफ्टवेयर इंजीनियर से राजनीति में आईं हैं, और कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी को वायनाड लोकसभा उपचुनाव में चुनौती दे रही हैं। भारतीय जनता पार्टी की उम्मीदवार के रूप में नामांकन दाखिल कर चुकी हरिदास राजनीति में नए चेहरे के रूप में उभर रही हैं। उनका यह कदम बीजेपी के लिए कांग्रेस के गढ़ में पहचान बनाने की कोशिश का हिस्सा है।

जिमी कार्टर का स्वेटर और ऊर्जा संरक्षण की पहल पर राजनीतिक खींचतान

जिमी कार्टर का स्वेटर और ऊर्जा संरक्षण की पहल पर राजनीतिक खींचतान

1977 में, राष्ट्रपति जिमी कार्टर ने एक बैठक में स्वेटर पहनकर और अमेरिकियों से ऊर्जा संरक्षण के लिए थर्मोस्टेट कम करने की सलाह देकर राजनीतिक विवाद खड़ा किया। कार्टर का यह सुझाव उनकी ऊर्जा संकट को हल करने की व्यापक पहल का हिस्सा था। हालांकि उनका संदेश व्यावहारिक था, लेकिन रिपब्लिकन ने इसे उनकी कथित कमजोरी के रूप में पेश किया।

केसी त्यागी ने छोड़ा जेडीयू प्रवक्ता पद, Nitish Kumar के साथ बने रहेंगे प्रमुख सलाहकार

केसी त्यागी ने छोड़ा जेडीयू प्रवक्ता पद, Nitish Kumar के साथ बने रहेंगे प्रमुख सलाहकार

केसी त्यागी, जो लंबे समय से जनता दल (यूनाइटेड) के राष्ट्रीय प्रवक्ता रहे हैं, ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री और जेडीयू अध्यक्ष नीतीश कुमार को 'व्यक्तिगत कारण' बताते हुए अपना इस्तीफा सौंपा। पार्टी नेतृत्व द्वारा उनके द्वारा दिए गए बयानों पर असंतोष के कारण उनका इस्तीफा आने की संभावना है।

पूर्व विदेश मंत्री के. नटवर सिंह का निधन, भारतीय राजनीति के धरोहर का अंत

पूर्व विदेश मंत्री के. नटवर सिंह का निधन, भारतीय राजनीति के धरोहर का अंत

पूर्व विदेश मंत्री के. नटवर सिंह का 93 वर्ष की आयु में निधन हो गया। राजनीति और कूटनीति में विशिष्ट योगदान देने वाले नटवर सिंह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सदस्य रहे और कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्यरत थे। उनके निधन पर देशभर के राजनीतिक नेताओं द्वारा श्रद्धांजलि अर्पित की गई है।

जयराम रमेश का बयान: चन्नी के विचार कांग्रेस का आधिकारिक रुख नहीं

जयराम रमेश का बयान: चन्नी के विचार कांग्रेस का आधिकारिक रुख नहीं

कांग्रेस के प्रवक्ता जयराम रमेश ने स्पष्ट किया कि लोकसभा सांसद चरणजीत सिंह चन्नी द्वारा जेल में बंद सांसद अमृतपाल सिंह पर व्यक्त विचार कांग्रेस के आधिकारिक रुख का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं। यह स्पष्टीकरण चन्नी के पर टिप्पणी से उत्पन्न विवाद के बाद आया है, जिसमें उन्होंने भाजपा सरकार के तहत 'अघोषित आपातकाल' का आरोप लगाया था।

गुप्त सेवा प्रमुख से सुरक्षा खामियों पर जवाब चाह रहे हैं दोनों पार्टियों के विधायक

गुप्त सेवा प्रमुख से सुरक्षा खामियों पर जवाब चाह रहे हैं दोनों पार्टियों के विधायक

गुप्त सेवा प्रमुख किम्बर्ली ए. चीटले से सोमवार को कैपिटल हिल पर सुनवाई के दौरान सुरक्षा खामियों पर तीखे सवाल पूछे गए, जिससे पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड जे. ट्रम्प पर एक हत्या का प्रयास हुआ था। सुनवाई में कई सवालों का जवाब देने में उनकी अनिच्छा ने विवाद खड़ा कर दिया है। उन्होंने ट्रम्प रैली की तुलना करते हुए महिला कर्मियों की भर्ती व स्टाफिंग स्तर के बारे में बात की।

क्या कमला हैरिस ट्रंप का सामना कर सकती हैं? जानें उनकी मुख्य ताकतें और कमजोरियाँ

क्या कमला हैरिस ट्रंप का सामना कर सकती हैं? जानें उनकी मुख्य ताकतें और कमजोरियाँ

कमला हैरिस की राष्ट्रपति उम्मीदवार के रूप में संभावनाओं पर विभिन्न पहलुओं पर रोशनी डालते हुए उनके तीन मुख्य ताकतों और कमजोरियों का विश्लेषण। जो बाइडन के राष्ट्रपति पद से निवृत्त होने के पश्चात, हैरिस डेमोक्रेटिक पार्ट के प्रमुख प्रत्याशी के रूप में उभरी हैं।

हेमंत सोरेन की सरकार ने जीता विश्वास मत: 11 मंत्रियों ने ली शपथ

हेमंत सोरेन की सरकार ने जीता विश्वास मत: 11 मंत्रियों ने ली शपथ

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने विधान सभा में विश्वास मत जीत लिया है, जिसमें 45 विधायकों ने उनके पक्ष में मतदान किया। झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के नेतृत्व वाले गठबंधन ने कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के समर्थन से 45 विधायकों का समर्थन सुनिश्चित किया। भाजपा और आजसु के विधायक मतदान से पहले सदन से बाहर चले गए थे। 11 मंत्रियों ने शपथ ग्रहण किया।

किरन रिजिजू ने साम पित्रोदा की पुनः नियुक्ति पर कांग्रेस की आलोचना की

किरन रिजिजू ने साम पित्रोदा की पुनः नियुक्ति पर कांग्रेस की आलोचना की

केंद्रीय मंत्री किरन रिजिजू ने कांग्रेस पार्टी की आलोचना करते हुए कहा कि साम पित्रोदा की भारतीय प्रवासी कांग्रेस के चेयरमैन के रूप में पुनः नियुक्ति कांग्रेस की विवादास्पद रणनीतियों को दर्शाती है। रिजिजू का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले ही ऐसी राजनीति की भविष्यवाणी की थी।