भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में जम्मू-कश्मीर के लोगों के बीच योग के प्रति प्रदर्शित उत्साह की विशिष्ट रूप से सराहना की है। यह सराहना उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से विभिन्न हिस्सों के योग प्रेमियों के साथ संवाद करते हुए की, जिसमें उन्होंने योग के महत्व और प्रभाव पर भी विचार साझा किए। इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य आठवें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के उत्सव को मनाना था।
प्रधानमंत्री ने कहा कि योग केवल शारीरिक व्यायाम के रूप में ही नहीं, बल्कि मानसिक शांति और सामूहिक सद्भावना को बढ़ावा देने के रूप में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। कोविड-19 महामारी के दौरान, जब लोगों में तनाव और अवसाद की समस्या बढ़ी, योग ने एक चिकित्सीय उपाय के रूप में महत्वपूर्ण सहायता प्रदान की। मोदी ने कहा कि योग विश्वभर में भारतीय सांस्कृतिक धरोहर का एक महत्वपूर्ण अंग बन चुका है और यह सबको जोड़ने और स्वास्थ्य में सुधार करने का एक सशक्त साधन है।
जम्मू-कश्मीर की बात करें तो, यहां के लोगों ने योग को अपनाने में गहरी रुचि और उत्साह दिखाया है। यह क्षेत्र लंबे समय से विभिन्न चुनौतियों का सामना करता आ रहा है, लेकिन यहां के निवासियों ने योग के माध्यम से न केवल अपने शारीरिक स्वास्थ्य बल्कि मानसिक स्वास्थ को भी मजबूत किया है। प्रधानमंत्री ने जम्मू-कश्मीर के लोगों की इस योग-प्रेमी भावना की खुलकर प्रशंसा की और उन्हें प्रोत्साहित किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अनुसार, योग ने जम्मू-कश्मीर में अद्वितीय एकजुटता और शांति का माहौल पैदा किया है। यह सराहनीय है कि यहां युवा और वृद्ध, सभी योग में सक्रिय भागीदारी कर रहे हैं और इसे जनजीवन का अभिन्न हिस्सा बना रहे हैं। उन्होंने जम्मू-कश्मीर के लोगों के इस उत्साह को एक प्रेरणास्रोत बताया, जो देश के अन्य हिस्सों के लोगों को भी योग के प्रति प्रेरित कर सकता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने योग के विभिन्न स्वास्थ्य लाभों पर भी प्रकाश डाला। योगा न केवल शारीरिक फिटनेस को बढ़ाता है बल्कि मानसिक स्वास्थ्य को भी संतुलित करता है। मौजूदा समय में, जब पूरा विश्व महामारी से लड़ा है, योग ने निस्संदेह इस संकट के समय में बहुत सारे लोगों को मानसिक एवं भावनात्मक संतुलन बनाए रखने में मदद की है।
योग के अभ्यास से उच्च रक्तचाप, तनाव, और चिंता जैसी समस्याएं बेहद कम हो जाती हैं। इसके साथ ही यह शरीर की प्रतिरक्षक क्षमता को भी बढ़ाता है, जिससे अनेक बीमारियों से लड़ने में आसानी होती है। मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि योग के नियमित अभ्यास से एक स्वस्थ और सकारात्मक जीवनशैली को अपनाया जा सकता है।
जम्मू-कश्मीर में योग का प्रसार केवल स्वास्थ्य लाभ तक ही सीमित नहीं है। इसे पर्यटन उद्योग के विकास के साथ भी जोड़कर देखा जा रहा है। इस क्षेत्र की प्राकृतिक सुंदरता और शांत वातावरण योग और ध्यान के लिए आदर्श हैं। यहां हर साल बड़ी संख्या में देशी और विदेशी पर्यटक योग और ध्यान के लिए आते हैं। इस प्रकार योग ने न केवल स्थानीय निवासियों के जीवन में परिवर्तन लाया है, बल्कि राज्य की अर्थव्यवस्था को भी गति दी है।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस तथ्य को भी उजागर किया कि जम्मू-कश्मीर के योग शिक्षक और संस्थान देश-विदेश में अपनी छाप छोड़ रहे हैं। उन्होंने इसके लिए सभी को बधाई दी और योग को और अधिक प्रचलित बनाने की अपील की।
आठवें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को सफल बनाने के लिए प्रधानमंत्री ने सभी को आभार व्यक्त किया और योग के लाभों को अपने जीवन में अपनाने की अपील की। उन्होंने कहा कि योग हमें शारीरिक और मानसिक रूप से सशक्त बनाता है और सामूहिक सद्भावना को प्रोत्साहित करता है। यह हमें एकजुटता और सहयोग की भावना में बांधता है, जो राष्ट्र के विकास और समृद्धि के लिए महत्वपूर्ण है।
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