जब बात शेयर बाजार, भारत का प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज सिस्टम है जहाँ कंपनियों के शेयर खरीदे‑बेचे जाते हैं. Also known as इंटरस्टॉक ट्रेडिंग, it हर दिन मूल्य‑परिवर्तन, नई कंपनियों का प्रवेश और आर्थिक संकेतक प्रदान करता है। निवेशक अक्सर इसे आर्थिक स्वास्थ्य का बेंचमार्क मानते हैं, इसलिए इस टैग के नीचे मिलने वाले लेख आपको शेयर बाजार की दिशा‑दर्शन में मदद करेंगे।
शेयर बाजार के आसपास कई पूरक अवधारणाएँ होती हैं जो एक‑दूसरे को प्रभावित करती हैं। उदाहरण के तौर पर, IPO, नई कंपनियों का सार्वजनिक बाजार में प्रवेश, जिससे उन्हें वैधानिक पूँजी मिलती है शेयर बाजार की तरलता बढ़ाता है और निवेशकों को विविधता देता है। इसी सिलसिले में टाटा मोटर्स, ऑटो‑सेक्टोर की प्रमुख इकाई, जो डिमर्जर के बाद शेयर में बड़े‑पैमाने पर बदलाव देखी जैसी बड़ी कंपनियों के वैविध्यपूर्ण कदम बाजार के समग्र भाव को बाँधते हैं।
समय के साथ कुछ वस्तु‑भांडारी भी शेयर बाजार से घनिष्ठ रूप से जुड़ी हुई हैं। सोना, परम्परागत सुरक्षित निवेश, जिसकी कीमत बॉर्डर‑लेवल इवेंट्स पर शेयर बाजार के साथ उलटा संबंध दिखा सकती है निवेशकों को जोखिम‑हैजिंग का विकल्प देती है, जबकि बिटकॉइन, डिजिटल एसेट, जो अक्सर शेयर बाजार के उतार‑चढ़ाव के साथ वैरिएबिलिटी दिखाता है नई पीढ़ी के पोर्टफोलियो में विविधता लाता है। ये संबंध बताते हैं कि शेयर बाजार केवल शेयरों का मंच नहीं, बल्कि व्यापक वित्तीय इकोसिस्टम के साथ अंतर्संबंधित है।
वर्तमान में शेयर बाजार में दो बड़ी कहानी चल रही है। पहला, टाटा मोटर्स के डिमर्जर ने दो नई इकाइयों – TMPV और TMLCV – के शेयर को पेश किया, जिससे शुरुआती गिरावट के बावजूद निवेशकों को दो अलग‑अलग बेंचमार्क मिल रहे हैं। दूसरा, आईपीओ की बिडिंग में रिकॉर्ड ओवरसब्सक्रिप्शन दिखाई दे रहा है; टाटा कैपिटल और मंगल इलेक्ट्रिकल इंडस्ट्रीज़ जैसे शेयरों ने नई पूंजी की माँग को उजागर किया।
साथ ही, सोने की कीमत में आश्चर्यजनक उछाल आया है – 10 ग्राम 24‑कैरेट सोना 1,33,749 रुपए तक पहुंच गया, जो दीवाली सीजन में निवेशकों को सुनहरा विकल्प बनाता है। दूसरी ओर, बिटकॉइन ने हाल ही में $125,689 का ऐतिहासिक शिखर छू लिया, जिससे कुछ निवेशक डिजिटल एसेट को साइड पोर्टफोलियो में जोड़ रहे हैं, जबकि शेयर बाजार में अधिक स्थिर रिटर्न की तलाश कर रहे हैं।
इन सबको मिलाकर देखें तो शेयर बाजार एक गतिशील मंच है जहाँ कंपनियों की रणनीति, वस्तु‑बाजार की कीमतें और नई टेक‑एसेट एक साथ चलते हैं। हमारे नीचे सूचीबद्ध लेखों में आप टाटा मोटर्स के डिमर्जर के निहितार्थ, IPO की बिडिंग सटीकता, सोने और बिटकॉइन की कीमतों का शेयर बाजार पर प्रभाव, साथ ही अन्य प्रमुख घटनाओं की विस्तृत विश्लेषण पाएँगे। इस ज्ञान से आप अपने निवेश निर्णयों को बेहतर बना सकते हैं और बाजार की चुनौतियों के साथ तालमेल बिठा सकते हैं।
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज, दोनों ही 2025 के बजट के दिन खुले रहे, जोकि 1 फरवरी को पड़ा था। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने यह बजट प्रस्तुत किया। आर्थिक सर्वेक्षण में बुनियादी ढांचा क्षेत्र में निवेश की आवश्यकता बताई गई। इस दिन का उद्देश्य उच्च विकास दर बनाए रखना था। बजट की प्रत्याशा में सेंसेक्स और निफ्टी में तेजी भी देखी गई।
Manba Finance की प्रारंभिक सार्वजनिक पेशकश (IPO) ने निवेशकों से अपार समर्थन प्राप्त किया और अंतिम दिन, 25 सितंबर को 223.12 गुना सब्सक्राइब की गई। 26 सितंबर को शेयर आवंटन की स्थिति की पुष्टि की जाएगी। निवेशक BSE और रजिस्ट्रार की वेबसाइट के माध्यम से ऑनलाइन स्थिति देख सकते हैं।
एशिया और अमेरिका के वित्तीय बाजारों में नेवेडिया के शेयरों में लगभग 10% की गिरावट के कारण भारी गिरावट आई है। नेवेडिया के शेयर मंगलवार को न्यूयॉर्क में 9.5% टूटने से इसकी मार्केट वैल्यू में $279 अरब (212.9 अरब पाउंड) की कमी आई है। इस गिरावट ने एआई बूम के प्रति खासा निराशा फैलाया है। अन्य प्रमुख अमेरिकी टेक कंपनियों के शेयर भी इस गिरावट से प्रभावित हुए हैं।
ओला इलेक्ट्रिक का आईपीओ 2 अगस्त से 6 अगस्त तक खुलेगा और इसका प्राइस बैंड 72-76 रुपये प्रति शेयर होगा। कंपनी इस आईपीओ से 5,500 करोड़ रु जुटाने की योजना बना रही है। इसमें प्रमोटर और निवेशकों द्वारा 8,49,41,997 शेयरों की बिक्री और नए शेयरों का इश्यू शामिल होगा। इस धनराशि का उपयोग बैटरी उत्पादन क्षमता बढ़ाने और ऋण चुकाने के लिए किया जाएगा।
व्रज आयरन एंड स्टील के आईपीओ से शेयर बाजार में 2 जुलाई को 30% से अधिक लाभ होने का अनुमान है। विशेषज्ञों का मानना है कि कंपनी की पॉजिटिव अर्निंग्स, उचित मूल्यांकन, स्वस्थ व्यापार संभावनाएं और क्षेत्रीय अनुकूलता इसके लाभ का कारण बनेंगी। कंपनी के आईपीओ को निवेशकों द्वारा बहुत ज्यादा सराहा गया है।