15 जुलाई को साप्ताहिक समाप्ति के साथ भारतीय स्टॉक मार्केट ने तेज़ी दिखाई। Sensex लगभग 350 अंक बढ़ा, Nifty 25,200 के ऊपर बंद हुआ, जबकि India VIX में 4% से अधिक गिरावट आई। मध्य एवं छोटे‑कैप शेयरों ने भी 0.5‑1% की बढ़ोतरी की। डेरिवेटिव्स में HCL, SBI और Infosys का ट्रेडिंग रुचि का केंद्र रहा। यह गति नई नियामक बदलावों के सामने बाजार की सकारात्मक झलक दिखाती है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर एजीएम के बाद 2.3% गिरकर ₹1,355.45 पर बंद हुआ। कंपनी ने Jio के आईपीओ का टाइमलाइन H1 2026 बताया, जिससे फौरन वैल्यू अनलॉक की उम्मीदें टूटीं। होल्डिंग कंपनी डिस्काउंट 20-30% को लेकर वैल्यूएशन चिंता भी बनी रही। रिलायंस ने AI यूनिट ‘Reliance Intelligence’ और गूगल के साथ पार्टनरशिप का ऐलान किया। स्टॉक YTD अब भी 14% ऊपर है।
अमेरिका में नई टैरिफ नीति की घोषणा के बाद वॉल स्ट्रीट में भारी भगदड़ मच गई। डॉव 1,650 अंकों से ज्यादा गिरा, जबकि S&P 500 और नैस्डैक ने पांच साल की सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की। एप्पल, नाइकी, एनविडिया और एएमडी जैसे दिग्गज शेयरों में दो अंकों तक गिरावट आई। 67 देशों पर 10% से 41% तक नए टैरिफ लागू होंगे, कनाडा पर गैर-USMCA वस्तुओं पर 35%।
मन्बा फाइनेंस आईपीओ का अलॉटमेंट आज अंतिम रूप लिया जाएगा। निवेशक बीएसई या रजिस्ट्रार की वेबसाइट लिंक इनटाइम इंडिया के माध्यम से अलॉटमेंट स्टेटस चेक कर सकते है। शेयरों की लिस्टिंग 30 सितंबर 2024 को हो सकती है। गैर-सूचीबद्ध बाजार में, शेयर 49% प्रीमियम पर ट्रेड हो रहे है। आईपीओ को निवेशकों का भारी समर्थन मिला, जिसकी सब्सक्रिप्शन 200 गुणा से अधिक रही।